
बसंत पंचमी माघ शुक्ल पंचमी को मनाई जाती है, इस साल आज 2 फरवरी को है. यह वसंत ऋतु के आगमन और देवी सरस्वती की पूजा का प्रतीक है. पीले वस्त्र और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का विशेष महत्व है. बसंत पंचमी का त्योहार हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है. इस साल आज 2 फरवरी को यह त्योहार मना जा रहा है. बसंत पंचमी वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है और इसे ज्ञान, विद्या और कला की देवी सरस्वती की पूजा के रूप में भी मनाया जाता है.
वसंत पंचमी सरस्वती पूजा कथा- पौराणिक कथा के अनुसार, सृष्टि के प्रारंभिक काल में भगवान विष्णु की आज्ञा से ब्रह्माजी ने मनुष्य योनि की रचना की, परंतु वह अपनी सर्जना से संतुष्ट नहीं थे. उन्हें लगा कि उनकी सृष्टि में कुछ कमी है. हर तरफ नीरवता छाई हुई थी. तब उन्होंने विष्णु जी से आज्ञा लेकर अपने कमंडल से जल को पृथ्वी पर छिड़क दिया, जिससे पृथ्वी पर कंपन होने लगा और एक अद्भुत शक्ति के रूप में चतुर्भुजी सुंदर स्त्री प्रकट हुई.