
सेना के तीनों अंगों की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया- पाकिस्तान ने आतंकियों का साथ दिया, हमने जवाब दिया; भारत को न्यूनतम नुकसान
भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर लगातार दूसरे दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान तीनों सेनाओं के उच्च अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि भारत की कार्रवाई केवल आतंकियों के खिलाफ थी, लेकिन पाकिस्तान की सेना ने इसमें हस्तक्षेप कर इसे युद्ध का रूप दे दिया। सेना ने बताया कि हमले के दौरान भारत ने अपने संसाधनों का अत्यधिक कुशल उपयोग करते हुए दुश्मन को मुंहतोड़ जवाब दिया और खुद को न्यूनतम नुकसान पहुंचने दिया।
नई दिल्ली (ए)। सोमवार को भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर लगातार दूसरे दिन मीडिया को संबोधित किया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना के तीनों अंगों के प्रतिनिधि—आर्मी से DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, नेवी से वाइस एडमिरल एएन प्रमोद, और एयरफोर्स से एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती—मौजूद रहे। उन्होंने साझा रूप से पाकिस्तान के खिलाफ की गई कार्रवाई की विस्तार से जानकारी दी।
एयर मार्शल भारती ने प्रेस से कहा, “हमारी लड़ाई आतंकियों के खिलाफ थी, न कि पाकिस्तान की सेना के साथ। लेकिन पाकिस्तानी मिलिट्री ने आतंकियों का खुलकर साथ दिया, जिससे हमें जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी।”
भारतीय पक्ष ने यह भी स्पष्ट किया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उद्देश्य केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाना था। भारतीय सेना ने रविवार को भी शाम 6:30 बजे प्रेस को संबोधित किया था, जब उन्होंने पहली बार इस ऑपरेशन की तस्वीरें और वीडियो जारी किए थे। उन्होंने दावा किया कि भारतीय पक्ष को बहुत कम नुकसान हुआ है, जबकि दुश्मन के ड्रोन, फाइटर जेट्स और मिसाइलों को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया।
एयर मार्शल भारती ने आगे बताया कि इस कार्रवाई में भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम की बहुआयामी ताकत सामने आई। “हमारे पास लो-लेवल फायरिंग से लेकर लॉन्ग रेंज मिसाइल्स तक सभी तरह की क्षमताएं हैं। पाकिस्तान ने ड्रोन और UAV से हमला किया था, जिसके जवाब में हमने सभी एयर डिफेंस सिस्टम को सक्रिय किया। आकाश मिसाइल सिस्टम ने भी जवाबी हमलों में अहम भूमिका निभाई।”
उन्होंने यह भी बताया कि भारत ने अपने सिविल और मिलिट्री ढांचों को सुरक्षित रखते हुए कार्रवाई की, जबकि पाकिस्तान ने नागरिक और सैन्य ठिकानों को एक साथ निशाना बनाया।
इस ऑपरेशन के बाद 10 मई की शाम 5 बजे भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम लागू हुआ, लेकिन भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भविष्य में कोई भी आतंकी हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी।