
- 4 जुलाई को अमेरिका के होनोलूलू से हुई गिरफ्तारी, CBI और ED ने इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस के बाद शुरू की थी कार्रवाई
- 13,600 करोड़ के PNB घोटाले में शामिल रहने और मनी लॉन्ड्रिंग के लिए फर्जी कंपनियों का इस्तेमाल करने का आरोप
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले की परतें एक बार फिर खुल रही हैं। भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी के भाई निहाल मोदी को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया है। 13,600 करोड़ रुपए के बहुचर्चित घोटाले में सबूत मिटाने और गैरकानूनी लेनदेन में मदद के आरोपों के चलते भारतीय एजेंसियों ने लंबे समय से उसकी तलाश में थीं। अमेरिकी न्याय विभाग ने 4 जुलाई को होनोलूलू से निहाल की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। अब भारत ने उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया तेज कर दी है।
नई दिल्ली/होनोलूलू (ए)। PNB घोटाले में वांछित नीरव मोदी के भाई निहाल मोदी को अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की संयुक्त अपील पर 4 जुलाई को होनोलूलू (हवाई) में अमेरिकी अधिकारियों ने कार्रवाई की। निहाल पर न केवल धोखाधड़ी, बल्कि घोटाले से जुड़े सबूतों को मिटाने और मनी लॉन्ड्रिंग में मदद करने का गंभीर आरोप है। निहाल की जमानत याचिका पर सुनवाई 17 जुलाई को नेशनल डिस्ट्रिक्ट ऑफ होनोलूलू (NDOH) कोर्ट में होगी। अगर कोर्ट में जमानत खारिज होती है, तो भारत सरकार द्वारा मांगा गया प्रत्यर्पण संभव हो सकता है।
क्या है PNB घोटाला?
2018 में सामने आया यह घोटाला भारतीय बैंकिंग इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला माना जाता है। नीरव मोदी और मेहुल चोकसी ने फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) के ज़रिए PNB से करोड़ों की राशि निकाल कर विदेशों में शेल कंपनियों में ट्रांसफर की थी। जांच में पाया गया कि निहाल मोदी ने नीरव की मदद करते हुए फर्जी कंपनियों के जरिए अवैध धन को छिपाने में भूमिका निभाई।
क्या निहाल को भारत लाया जा सकेगा?
ED और CBI ने अमेरिका को प्रत्यर्पण अनुरोध भेज दिया है। हालांकि वकील राजनीतिक प्रतिशोध या भारत में निष्पक्ष सुनवाई न मिलने का हवाला देकर प्रक्रिया को लंबा खींच सकते हैं। लेकिन भारत और अमेरिका के बीच मजबूत प्रत्यर्पण संधि के कारण निहाल का भारत आना मुमकिन माना जा रहा है।
2019 में इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस के बाद निहाल की तलाश वैश्विक स्तर पर शुरू हुई थी। अमेरिका में उसकी मौजूदगी की पुष्टि के बाद 2021 में भारत ने आधिकारिक रूप से प्रत्यर्पण की मांग की थी। अब गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर यह मामला तेजी से आगे बढ़ता दिख रहा है।