
प्रियंका गांधी ने सुरक्षा चूक पर सरकार को घेरा, अखिलेश ने आतंकियों के पीछे ताकतों पर सवाल उठाया; गृहमंत्री ने बताया आतंकियों की पहचान और ऑपरेशन महादेव की सफलता
लोकसभा में मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर पर तीखी बहस देखने को मिली। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जहां सुरक्षा व्यवस्था और आतंकवाद के पीछे विदेशी समर्थन पर सवाल खड़े किए, वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने ऑपरेशन महादेव के तहत मारे गए आतंकियों का ब्योरा सदन में रखा।
नई दिल्ली (ए)। संसद के मानसून सत्र में मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर को लेकर जोरदार चर्चा हुई। इस दौरान कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र सरकार पर तीखे आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पहलगाम में जो लोग मारे गए, वे सरकार के भरोसे कश्मीर गए थे, लेकिन संकट के समय उन्हें भगवान के भरोसे छोड़ दिया गया।
प्रियंका ने सवाल किया, “जब हमला हुआ, तब मौके पर कोई सुरक्षा बल क्यों मौजूद नहीं था? क्या प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की जिम्मेदारी नहीं बनती?” उन्होंने कहा कि सरकार को केवल श्रेय लेने में रुचि है, लेकिन जवाबदेही से बचती है।
इससे पहले समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी केंद्र सरकार से सवाल किया। उन्होंने पूछा, “सरकार यह स्पष्ट करे कि पाकिस्तान के पीछे कौन सी ताकतें सक्रिय हैं? क्या हमें केवल पाकिस्तान ही नहीं, चीन से भी उतना ही खतरा नहीं है?” उन्होंने तंज कसते हुए यह भी पूछा कि जिन एयरक्राफ्ट को पूजा गया, वे आखिर कितनी बार उड़े? मृतक शुभम की पत्नी का बयान भी चर्चा में रहा, जिन्होंने कहा, “मैंने अपनी आंखों के सामने सब कुछ खत्म होते देखा। वहां कोई पुलिसकर्मी नहीं था। हमें अकेला छोड़ दिया गया।”
वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में कहा कि हमले में शामिल तीनों आतंकियों को सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन महादेव के तहत मार गिराया है। उन्होंने कहा कि “सुलेमान लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर था, जबकि फैजल अफगान और जिब्रान दोनों A श्रेणी के आतंकी थे। इनके खिलाफ पुख्ता सबूत हैं।” साथ ही, आतंकियों की मदद करने वाले दो अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी भी दी गई। गृह मंत्री ने बताया कि यह कार्रवाई कश्मीर की बायसरन घाटी के पास की गई, जहां ये आतंकी छिपे थे। सुरक्षा बलों की कार्रवाई के बाद इलाके में अब सामान्य स्थिति बहाल हो रही है।