
बिहार में चुनाव आयोग की कार्रवाई पर विपक्ष अड़ा, मानसून सत्र हंगामे की भेंट चढ़ता दिखा; पीएम मोदी ने बिना नाम लिए राहुल गांधी पर कसा तंज
संसद का मानसून सत्र एक बार फिर राजनीतिक टकराव की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है। जैसे ही लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सांसदों ने बिहार में चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे SIR अभियान को लेकर जोरदार विरोध दर्ज कराया। नारेबाजी, वॉकआउट और गतिरोध के बीच एनडीए की अहम बैठक हुई, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर सीधा हमला बोला और राजनीतिक ‘बचपने’ का जिक्र कर माहौल को और गर्मा दिया।
नई दिल्ली (ए) ।संसद का मानसून सत्र अभी आधा भी नहीं बीता और यह लगातार हंगामे की गिरफ्त में आता जा रहा है। 21 जुलाई से शुरू हुआ यह सत्र 21 अगस्त तक चलेगा, लेकिन अब तक का अधिकांश समय राजनीतिक विरोध और गतिरोध में ही गुजरता दिख रहा है।
मंगलवार को लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने बिहार में चुनाव आयोग द्वारा चलाए जा रहे SIR (Special Investigation on Representation) अभियान को लेकर जोरदार नारेबाजी की। वे इस मुद्दे पर तत्काल चर्चा की मांग कर रहे थे। कई सांसदों ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग का यह अभियान “एकतरफा” और “सत्ता के दबाव में” चलाया जा रहा है। हंगामे के चलते संसद की कार्यवाही कुछ समय के लिए बाधित भी हुई। विपक्ष का रुख सख्त दिखाई दिया, जिससे सत्र की उत्पादकता पर सीधा असर पड़ रहा है।
इधर, संसद के भीतर जारी गतिरोध के बीच NDA संसदीय दल की अहम बैठक बुलाई गई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में विपक्ष की रणनीति पर चर्चा के साथ-साथ आगामी विधायी एजेंडे को लेकर रणनीति बनाई गई।
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना तंज कसते हुए कहा — “कुछ लोग संसद को हल्के में ले रहे हैं, देश ने उनका बचपना देख लिया है।” माना जा रहा है कि यह टिप्पणी सीधे तौर पर राहुल गांधी के हालिया बयानों पर थी। उधर, बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने भी विपक्ष के रवैये को “गैर-जिम्मेदाराना” बताते हुए कहा कि “विपक्ष सिर्फ शोर मचाना जानता है, चर्चा से भागता है।” अब देखना होगा कि अगले दिनों में संसद का माहौल शांत होता है या यह सत्र पूरी तरह से राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप की भेंट चढ़ जाता है।