
मोबाइल न्यूमरोलॉजी का बढ़ा क्रेज, बिजनेस और रिश्तों से लेकर करियर तक का खुलता है भविष्यफल
आज के दौर में मोबाइल सिर्फ बातचीत का जरिया नहीं रहा, बल्कि लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। इसी वजह से मोबाइल न्यूमरोलॉजी यानी मोबाइल अंक ज्योतिष का चलन तेजी से बढ़ रहा है। ज्योतिषियों का दावा है कि मोबाइल नंबर का अंतिम अंक आपके व्यक्तित्व, करियर, रिश्तों और व्यवसाय से जुड़े कई राज खोल सकता है।
रायपुर। क्या आपके मोबाइल नंबर का अंतिम अंक आपके जीवन के राज खोल सकता है? मोबाइल न्यूमरोलॉजी के जानकारों का कहना है कि नंबर का आखिरी अंक यह संकेत देता है कि आपके पास किस तरह के लोग फोन करेंगे, कौन-से रिश्ते मजबूत होंगे और बिजनेस में कितना फायदा मिलेगा। यही वजह है कि लोग अब अपने मोबाइल नंबर को शुभ बनाने के लिए बदलने तक लगे हैं।
- अंतिम अंक 1 वालों के पास सीमित कॉल्स आती हैं। करियर से जुड़ी कॉल्स पुरुषों से ज्यादा आती हैं।
- अंक 2 वालों के पास लोगों के भावनात्मक कॉल्स ज्यादा आते हैं, महिलाएं ज्यादा कनेक्ट करती हैं।
- अंक 3 वालों को बड़े लोगों और शिक्षा जगत से जुड़ी कॉल्स मिलती हैं, पैसों की आवक अच्छी रहती है।
- अंक 4 वाले शेखीबाज और सपने दिखाने वालों से घिरे रहते हैं, बिजनेस में ग्राहक ज्यादा मोलभाव करता है।
- अंक 5 वालों के पास इनक्वायरी वाली कॉल्स बहुत आती हैं, बिजनेस में फायदा होता है।
- अंक 6 वाले मीठी-मीठी बातें सुनते हैं, महिलाओं के कॉल ज्यादा आते हैं, लेकिन ग्राहक हमेशा कम दाम चाहता है।
- अंक 7 वालों से बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं, पर काम मुश्किल से निकलता है। रहस्यमयी मदद मिल सकती है।
- अंक 8 वालों के पास काम की बात करने वाले कॉल्स आते हैं, ग्राहक सीधे भुगतान करता है।
- अंक 9 वालों से बात करने वाले लोग एनर्जी से भरे होते हैं और उन्हें भी जोश से भर देते हैं।
- अंक 0 को अशुभ माना गया है। कॉल्स का नतीजा ज्यादातर शून्य ही निकलता है।
मोबाइल अंक ज्योतिष के विशेषज्ञों का मानना है कि यदि आपका नंबर आपकी प्रगति में बाधा डाल रहा है तो उसे बदलकर आप अपनी किस्मत को संवार सकते हैं। हालांकि, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इसे अंधविश्वास भी माना जाता है।