
ज्योतिष शास्त्र में व्यक्ति की जन्म कुंडली को देखकर उसके भूतकाल वर्तमान और भविष्य की गणना की जा सकती है. कुंडली के कुल 12 भावों में सभी नौ ग्रह विराजमान होते हैं. जब सभी ग्रह राहु एवं केतु के मध्य आ जाते हैं तो कालसर्प दोष का निर्माण होता है. कालसर्प दोष 12 प्रकार का माना जाता है. आज हम आपको सबसे पहले अनंत कालसर्प दोष के बारे में विस्तार से बताएंगे.
- सपने में सांप दिखना.
- रात में डरावने सपने आना
- नींद में शरीर पर सांप रेंगना
- मानसिक तनाव होना
- सही निर्णय न ले पाना
- कारोबार में नकारात्मक असर
- जीवनसाथी से वाद-विवाद होना