
गर्मी की छुट्टियों में नानी के घर आई मासूम संतोषी हादसे का शिकार, लोगों ने किया चक्काजाम और मुआवजे की मांग
दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के बेलौदी मालूद गांव में सोमवार की रात तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने घर के बाहर बैठी महिलाओं और बच्चों को रौंद डाला। इस दर्दनाक हादसे में 8 वर्षीय बच्ची संतोषी निषाद और उसकी मां सरस्वती देशमुख की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
रात 9 बजे हुआ हादसा, गर्मी से राहत के लिए बाहर बैठा था परिवार
हादसा सोमवार रात करीब 9 बजे हुआ जब गांव की महिलाएं और बच्चे गर्मी से राहत पाने के लिए घर के बाहर बैठे थे। अचानक एक बेकाबू ट्रैक्टर ने उन्हें कुचल दिया।
तीन घायल, एक बच्ची की हालत नाजुक
घायलों को पुलिस की मदद से जिला अस्पताल ले जाया गया। इनमें से एक बच्ची की हालत गंभीर होने पर उसे यशोधरा अस्पताल रेफर किया गया है। अन्य दो घायलों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।
छुट्टियां मनाने आई थी संतोषी, परिवार पर टूटा दुख का पहाड़
मृत बच्ची संतोषी निषाद गर्मी की छुट्टियों में अपनी मां के साथ नानी के घर आई थी। लेकिन छुट्टियां मातम में बदल गईं। गांव में शोक का माहौल है।
हादसे के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने किया चक्काजाम
घटना से नाराज ग्रामीणों ने रात में ही मुख्य सड़क पर चक्काजाम कर विरोध जताया। मंगलवार सुबह भी दोबारा मुआवजे की मांग करते हुए रास्ता जाम किया गया। अधिकारियों द्वारा मुआवजे का भरोसा दिलाने पर ग्रामीण शांत हुए।
ट्रैक्टर जब्त, जांच में जुटी पुलिस
पुलिस ने हादसे में शामिल ट्रैक्टर को जब्त कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है और ट्रैक्टर मालिक की जानकारी जुटाई जा रही है।