
पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग की, रायपुर के दिनेश मिरानिया की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत, देशभर में हमले की निंदा
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के व्यापारी दिनेश मिरानिया की गोली लगने से मौत हो गई। वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ गर्मी की छुट्टियां मनाने गए थे। हमले में कम से कम 26 लोगों की जान गई, जिनमें विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं।
रायपुर/पहलगाम। जम्मू-कश्मीर के शांत पहाड़ी स्थल पहलगाम में मंगलवार दोपहर हुए आतंकवादी हमले में रायपुर के कारोबारी दिनेश मिरानिया की जान चली गई। दिनेश अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ छुट्टियां मनाने पहुंचे थे, जब आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
रायपुर कलेक्टर गौरव सिंह ने मिरानिया की मृत्यु की पुष्टि की। परिजन जम्मू-कश्मीर रवाना हो चुके हैं और उनके निवास पर रिश्तेदारों का जमावड़ा लगा है। पुलिस ने भी सुरक्षा के मद्देनज़र तैनाती कर दी है।
दिनेश मिरानिया के रिश्तेदार अमर बंसल ने बताया कि आतंकियों ने धर्म और नाम पूछकर मिरानिया पर गोली चलाई। उन्होंने इस हमले को सुनियोजित साजिश बताया और कहा कि आतंकियों की यह कायराना हरकत भारत को डराने की कोशिश है, लेकिन यह कामयाब नहीं होगी।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और संवेदनाएं
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया X पर दुख व्यक्त करते हुए लिखा कि आतंकी कभी अपने मंसूबों में सफल नहीं होंगे। गृहमंत्री विजय शर्मा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने भी हमले की निंदा की और केंद्र सरकार से कठोर कार्रवाई की मांग की।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घटना को कायराना और हृदयविदारक बताया और कहा कि पूरा देश एकजुट होकर आतंकवाद का जवाब देगा। उन्होंने सभी मृतकों और घायलों के प्रति संवेदना जताई। युवा कांग्रेस के अध्यक्ष आकाश शर्मा ने इस घटना को खुफिया एजेंसियों की विफलता बताया।
घटना का विवरण
हमला मंगलवार दोपहर करीब 2.45 बजे बैसारन घाटी में हुआ। आतंकियों ने पहले एक पर्यटक से नाम पूछा और फिर सिर में गोली मार दी। इसके बाद अन्य पर्यटकों पर भी फायरिंग की। लश्कर-ए-तैयबा ने हमले की जिम्मेदारी ली है। इस हमले में अब तक 26 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं। 20 से अधिक लोग घायल हैं।
सरकारी प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस जघन्य कृत्य के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से जिम्मेदारी लेने और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए ठोस कार्रवाई की मांग की।
प्रशासन द्वारा जारी हेल्पलाइन
घायलों और पर्यटकों के परिजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर और आपात संपर्क जारी किए गए हैं, जिनमें अनंतनाग और श्रीनगर पुलिस के नंबर शामिल हैं।