
करेगुट्टा ऑपरेशन में 31 माओवादी ढेर, सुरक्षा बलों को मिली बड़ी सफलता | विकास कार्यों की भी की समीक्षा | ग्रामीणों से की मुलाकात
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के गलगम गांव में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सुरक्षा बलों के अदम्य साहस की सराहना करते हुए हालिया नक्सल विरोधी अभियान की सफलता पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त बनाने के संकल्प के साथ कार्य कर रही है और इसमें जवानों की भूमिका निर्णायक है। इस अवसर पर ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ भी वितरित किया गया।
बीजापुर | मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने गुरुवार को बीजापुर जिले के अतिसंवेदनशील और नक्सल प्रभावित क्षेत्र गलगम का दौरा किया। यहाँ उन्होंने हाल ही में करेगुट्टा की पहाड़ियों में 21 दिनों तक चले ऑपरेशन की सफलता पर सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षा बलों के जवानों को बधाई दी। इस ऑपरेशन में 31 कुख्यात नक्सलियों को ढेर कर इलाके में बड़ी कामयाबी हासिल की गई थी।
मुख्यमंत्री ने जवानों से मुलाकात कर उनके साहस और समर्पण की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “आपके शौर्य और निष्ठा से ही यह लड़ाई जीत रहे हैं।” उन्होंने ‘भारत माता’ और ‘छत्तीसगढ़ महतारी’ के जयकारों से जवानों का उत्साहवर्धन किया और उनके साथ बैठकर भोजन भी किया।
साय ने कहा कि राज्य सरकार ने डेढ़ साल में सुशासन की दिशा में कई कदम उठाए हैं। गलगम क्षेत्र में सुरक्षा कैंप को अब “सुविधा कैंप” के रूप में बदला जा रहा है, जहाँ से राशन, बिजली, स्वास्थ्य और मोबाइल नेटवर्क जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि यह सब केंद्र सरकार के सहयोग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन से संभव हो पाया है।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड वितरित किए और नक्सल पीड़ित व आत्मसमर्पित परिवारों को पीएम आवास योजना के अंतर्गत स्वीकृति पत्र भी दिए। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों को प्राथमिकता के साथ बढ़ाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त करने का लक्ष्य है और इसमें स्थानीय समुदायों की सहभागिता भी बेहद आवश्यक है। उन्होंने क्षेत्र में सड़क, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं को और मजबूत करने का वादा किया।
इस मौके पर पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम, बस्तर रेंज आईजी सुंदरराज पी., डीआईजी कमलोचन कश्यप, कलेक्टर संबित मिश्रा, एसपी डॉ. जितेन्द्र यादव और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।