
अश्लील वीडियो बनाकर की जा रही थी ब्लैकमेलिंग, 5 लाख की मांग और सामाजिक बहिष्कार की धमकी से डॉक्टर ने की खुदकुशी; 8 मोबाइल जब्त, अन्य आरोपी फरार
कांकेर ज़िले के चारामा क्षेत्र में एक संविदा आयुर्वेदिक डॉक्टर की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। आत्महत्या से पहले डॉक्टर को एक आपत्तिजनक वीडियो के जरिए मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया था। अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य की तलाश जारी है। पुलिस ने वायरल वीडियो में प्रयुक्त 8 मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए हैं।
कांकेर/चारामा। चारामा थाना क्षेत्र के ग्राम पुरी में पदस्थ संविदा आयुर्वेदिक डॉक्टर द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। डॉक्टर को सामाजिक बदनामी, ब्लैकमेलिंग और मानसिक प्रताड़ना झेलनी पड़ी, जिसके चलते उन्होंने अपने निवास पर फांसी लगाकर जान दे दी।
घटना 17-18 मई की दरम्यानी रात की है। डॉक्टर के परिजनों की सूचना और लिखित आवेदन के आधार पर पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की थी। मर्ग जांच में डॉक्टर का सुसाइड नोट और एक हस्तलिखित पत्र बरामद हुआ, जिसमें प्रताड़ना की बात दर्ज थी।
विडियो बनाकर की जा रही थी ब्लैकमेलिंग:
जांच में पता चला कि आरोपीगण ने डॉक्टर को एक युवती के साथ बंद कमरे में मिलने के दौरान छुपकर आपत्तिजनक वीडियो बना लिया और फिर उसे वायरल कर दिया। इसके बाद गांव में सामाजिक बैठक बुलाकर डॉक्टर से ₹5 लाख की मांग की गई और बदनाम करने की धमकी दी गई। लगातार फोन कॉल्स के ज़रिए उसे मानसिक दबाव में रखा गया।
गिरफ्तार आरोपी:
चारामा और अन्य क्षेत्रों से कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है —
- आशीष यादव
- सचिन हिडको
- रितेश नरेटी उर्फ सोनू
- डिगेश सिन्हा
- अनिल सिन्हा
- सतीश साहू
- शत्रुघ्न सिन्हा
- कान्हा मरकाम उर्फ कन्हैया
- नवीन निर्मलकर
इन सभी के पास से कुल 8 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं, जो वीडियो बनाने और शेयर करने में प्रयुक्त हुए थे। अन्य फरार आरोपियों की तलाश तेज़ कर दी गई है।
कानूनी धाराएं और कार्रवाई:
पुलिस ने इस मामले में बीएनएस की धारा 108, 238, 3(5), तथा आईटी एक्ट की धारा 67B के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। डॉक्टर की मौत के लिए जिम्मेदार मानसिक उत्पीड़न, अवैध वीडियो निर्माण, वायरल करना और पैसे की मांग जैसे सभी पहलुओं को गंभीरता से जांचा जा रहा है।
थाना प्रभारी चारामा जितेन्द्र साहू और छावनी थाना प्रभारी नवी मोनिका पांडेय के नेतृत्व में पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया और साक्ष्य संकलन में तत्परता दिखाई।