
18 जिलों में स्कूल बंद, पुलिया बहने से संपर्क टूटा; सवाई माधोपुर-श्योपुर में जनजीवन प्रभावित, हिमाचल में बादल फटने से 3 की मौत
देश के कई हिस्सों में जारी मूसलधार बारिश ने सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। राजस्थान और मध्य प्रदेश के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं, वहीं हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और सड़कों के बंद होने से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
राजस्थान (ए)। उत्तर और मध्य भारत में मानसूनी बारिश ने विकराल रूप ले लिया है। राजस्थान में लगातार हो रही बारिश के चलते बुधवार को 6 जिलों में रेड अलर्ट और शेष हिस्सों में यलो अलर्ट जारी किया गया। भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए प्रदेश के 14 जिलों में स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है।
मंगलवार देर रात सवाई माधोपुर जिले में हालात गंभीर हो गए। यहां एक पुलिया पानी के तेज बहाव में बह गई, जो श्योपुर (मध्य प्रदेश) से संपर्क का मुख्य मार्ग था। शहर के निचले इलाकों में 5 फीट तक पानी भर गया, जिससे कई वाहन बहकर एक-दूसरे पर चढ़ गए। राहत और बचाव दल बुधवार सुबह से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में जुटे हुए हैं।
मध्य प्रदेश के श्योपुर, अशोकनगर, विदिशा और आसपास के क्षेत्रों में भी भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। कई रास्ते और पुल अवरुद्ध हो गए हैं। स्थिति को देखते हुए भोपाल, नर्मदापुरम, सीहोर और अशोकनगर सहित कई जिलों में स्कूलों को बंद रखा गया है।
हिमाचल प्रदेश भी इस बारिश से अछूता नहीं रहा। मंडी जिले में सोमवार रात अचानक बादल फटने की घटना में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। राहत दलों ने मंगलवार को मलबे से 20 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। राज्य भर में अब तक 357 से ज्यादा सड़कें बंद हैं, जिनमें अकेले मंडी जिले में 254 सड़कें शामिल हैं। कई इलाकों में आवाजाही पूरी तरह ठप है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बिना ज़रूरत घरों से बाहर न निकलें और आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।