
जेपी नड्डा को दो बार मिल चुका है विस्तार, 100 से ज्यादा वरिष्ठ नेताओं से राय-मशविरा जारी
भाजपा में संगठनात्मक बदलाव की गहमागहमी बढ़ गई है। पार्टी चाहती है कि बिहार विधानसभा चुनाव नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में लड़ा जाए। मौजूदा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा का कार्यकाल जून 2024 में ही समाप्त हो चुका है, लेकिन उन्हें दो बार विस्तार दिया गया। अब पार्टी नए चेहरे की तलाश में है और इसको लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) समेत शीर्ष नेतृत्व 100 से ज्यादा वरिष्ठ नेताओं से राय ले चुका है।
नई दिल्ली (ए)। भाजपा में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर मंथन तेज हो गया है। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी संगठनात्मक ढांचा मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाने की तैयारी में है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, जे.पी. नड्डा का कार्यकाल जून 2024 में ही खत्म हो गया था, लेकिन अब तक उन्हें दो बार कार्यकाल विस्तार दिया जा चुका है। इस बीच भाजपा नेतृत्व नए अध्यक्ष की घोषणा कर बिहार चुनाव में नई ऊर्जा और रणनीति के साथ उतरना चाहता है।
सूत्रों का कहना है कि अध्यक्ष पद के लिए अब तक 100 से ज्यादा वरिष्ठ नेताओं से राय ली जा चुकी है। इनमें पार्टी के पूर्व अध्यक्ष, केंद्रीय मंत्री और संवैधानिक पदों पर रहे नेता भी शामिल हैं।
वहीं, अध्यक्ष चयन में देरी की एक बड़ी वजह 9 सितंबर को होने वाला उपराष्ट्रपति चुनाव भी है। हाल ही में जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद इस पद के लिए भाजपा ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया है। पार्टी चाहती है कि उन्हें बड़ी जीत दिलाई जाए, इसलिए फिलहाल पूरा फोकस इस चुनाव पर है।
पार्टी संविधान के मुताबिक, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तभी संभव है जब कम से कम 19 राज्य इकाइयों में निर्वाचित अध्यक्ष हों। फिलहाल उत्तर प्रदेश, गुजरात और कर्नाटक समेत 7 राज्यों में यह प्रक्रिया बाकी है। ऐसे में माना जा रहा है कि इन राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे होने के बाद ही भाजपा नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा करेगी।