
गणेश चतुर्थी सिर्फ उत्सव और भक्ति का पर्व नहीं, बल्कि जीवन की परेशानियों को दूर करने और घर में सुख-शांति लाने का भी अवसर है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन किए गए कुछ सरल उपाय न केवल आध्यात्मिक बल देते हैं, बल्कि धन और समृद्धि भी आकर्षित करते हैं।
भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाने वाला गणेश चतुर्थी का पर्व भगवान गणेश के जन्मोत्सव का प्रतीक है। महाराष्ट्र सहित पूरे देश में इसे धूमधाम से मनाया जाता है। इस वर्ष यह शुभ पर्व 27 अगस्त 2025, बुधवार को पड़ रहा है और 6 सितंबर को गणेश विसर्जन किया जाएगा।
भक्त अपने घरों और पंडालों में गणपति की स्थापना कर पूजा-अर्चना करते हैं। यह पर्व न केवल आस्था का प्रतीक है बल्कि घर-परिवार में सकारात्मक ऊर्जा और खुशहाली लाने वाला भी माना जाता है। इस दिन किए गए कुछ आसान उपाय जीवन की रुकावटों को दूर करने में बेहद सहायक होते हैं।
गणेश चतुर्थी के 5 खास उपाय
- दीपक जलाएं: उत्तर-पूर्व दिशा में दीपक जलाने से घर में सकारात्मकता बनी रहती है और धन लाभ के योग बनते हैं।
- मोदक का भोग लगाएं: बप्पा को मोदक चढ़ाने से जीवन की समस्याएं दूर होती हैं और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
- दूर्वा अर्पित करें: गणेशजी के मस्तक पर दूर्वा चढ़ाना अत्यंत शुभ माना गया है और इससे उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है।
- गणेश स्तोत्र का पाठ करें: श्रद्धा से पाठ करने पर आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और धन लाभ मिलता है।
- लौंग-कपूर की आहुति दें: गोबर के उपले पर 2 कपूर और 6 लौंग की आहुति देकर उसकी लौ का माथे से स्पर्श करने से बुरी नजर और नकारात्मकता दूर होती है।
शुभ मुहूर्त
इस वर्ष गणेशजी की स्थापना का सबसे उत्तम समय सुबह 11:05 बजे से दोपहर 1:40 बजे तक है। खास बात यह है कि इस बार पूजा के दौरान शुभ योग, शुक्ल योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का संयोग बन रहा है, जिससे पूजन और अधिक मंगलमय होगा।
महत्व
इन उपायों को विधि-विधान से करने पर न केवल घर में सुख-शांति आती है, बल्कि बाधाएं कम होकर जीवन में प्रगति और समृद्धि के मार्ग खुलते हैं।