
इंद्रावती और शबरी नदी उफान पर, छतों पर फंसे लोगों को एयरलिफ्ट किया गया; 9 जिलों में बारिश का अलर्ट
बस्तर संभाग में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। इंद्रावती नदी का जलस्तर बढ़ने से कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। मांदर गांव में छतों पर फंसे लोगों को वायुसेना के हेलीकॉप्टर से बचाया गया, वहीं दरभा घाटी में उफनते नाले में कार बह जाने से पति-पत्नी और दो बच्चों की मौत हो गई।
बस्तर। बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर एरिया के कारण बस्तर संभाग में भारी बारिश का सिलसिला जारी है। इससे इंद्रावती, शबरी और अन्य नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। मांदर गांव में बाढ़ का पानी घरों तक घुस गया, जहां छतों पर फंसे छह लोगों को वायुसेना के हेलीकॉप्टर से सुरक्षित बाहर निकाला गया। अब तक 68 से अधिक लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है।
इसी बीच दरभा घाटी के पास एनएच-30 पर बड़ा हादसा हो गया। यहां एक कार उफनते नाले में बह गई। हादसे में कार सवार पति-पत्नी और उनके दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि ड्राइवर तैरकर किसी तरह बाहर निकल आया। सभी मृतक तमिलनाडु के रहने वाले बताए जा रहे हैं। SDRF की टीम ने रात में ही कार से शवों को निकालकर जगदलपुर मेडिकल कॉलेज भेजा।
बारिश से बीजापुर के भैरमगढ़ स्थित CRPF 165वीं बटालियन के मुख्यालय तक पानी भर गया। दंतेवाड़ा-जगदलपुर रोड पर बंजारीनघाट, छिंदगढ़ का कोकराल पुल और सुकमा क्षेत्र में शबरी नदी उफान पर है।
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले तीन दिन संभाग में भारी बारिश जारी रह सकती है। बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर और कोंडागांव जिलों में ऑरेंज अलर्ट, जबकि सुकमा, नारायणपुर, कांकेर, धमतरी और गरियाबंद जिलों में यलो अलर्ट घोषित किया गया है। वहीं कबीरधाम, बलौदाबाजार और रायपुर सहित मध्य छत्तीसगढ़ के 9 जिलों में तेज गर्जना, बिजली गिरने और आंधी की संभावना जताई गई है।