
आप जितनी जल्दी हो सके निवेश करना शुरू कर दें। पहली कमाई से शुरू किया निवेश भविष्य में बड़ी पूंजी का लक्ष्य निर्धारित करता है। निवेश में भावनाओं को किनारें रखे। याद रखे शेयर बाजार में निवेश में भावनाओं का स्थान नहीं है।
किसी अन्य की कहानी सुनकर रील देखकर पैसे ना लगाएं। देखा-देखी में किए निवेश में कई बार निवेशक को भारी नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। विविधिता वाला निवेश बेहतर रणनीति माना जाता है। इससे जोखिम कम होता है।
अपनी पूंजी को बांटें और सही अनुुुपात में मिक्स पोर्टफोलियो बनाकर निवेश करें। अपनी आयु, आय और व्यय, संपत्ति और देनदारियों के बाद निवेश योग्य रकम का अनुमान लगाएं। उस आधार पर जोखिम लेने की क्षमता आंके।
निवेश के उद्देश्य और वित्तीय लक्ष्यों को तय करें। फिर उन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कितना समय दे सकते हैं इसे तय करें। फिर योजना बनाकर निवेश करें। यदि आपका कोई निवेश खराब प्रदर्शन कर रहा है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह सुधरेगा नहीं।
बाजार अप्रत्याशित है। विश्वसनीय जानकार से सलाह लेते रहे। निवेश से कब बाहर निकलना है और कब माध्यम बदलना है यह समझते रहें।साथ ही निश्चित अंतराल पर अपने पूरे निवेश व रिटर्न का आकलन करते रहें।
इस तरह भविष्य में न केवल आपको आर्थिक सुरक्षा मिल सकेगी बल्कि निवेश के जरिए बढ़ती पूंजी आपकों जीवन में भी एक आत्मविश्वास प्रदान करती है।निवेश आपकी दूसरों पर निर्भरता कम करता है।