
सनातन धर्म में प्रदोष का व्रत बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार 10 अप्रैल को प्रदोष का व्रत रखा जाएगा. मान्यता के अनुसार इस दिन महादेव और माता पार्वती की पूजा-आराधना की जाती है. गुरुवार के दिन प्रदोष व्रत पड़ने से इसे गुरु प्रदोष व्रत भी कहा जा रहा है. इसके अलावा, ज्योतिष गणना के मुताबिक गुरु प्रदोष व्रत के दिन ही देवगुरु बृहस्पति अपना नक्षत्र परिवर्तन भी करने जा रहे हैं.
इसका प्रभाव राशि चक्र की 12 राशियों के जातकों पर सकारात्मक और नकारात्मक तौर पर देखने को मिलेगा. तो चलिए विस्तार से समझते हैं कि गुरु प्रदोष के दिन देवगुरु बृहस्पति के नक्षत्र परिवर्तन करने से किन राशियों की किस्मत बदल सकती है.
10 अप्रैल से शुरू होगा अच्छा समय!
अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं कि ज्योतिष गणना के अनुसार 10 अप्रैल को देवगुरु बृहस्पति नक्षत्र परिवर्तन करेंगे. 10 अप्रैल को देवगुरु बृहस्पति शाम 7:51 पर रोहिणी नक्षत्र से निकलकर मृगशिरा नक्षत्र में गोचर करेंगे, जिसका प्रभाव सभी राशियों के जातकों पर सकारात्मक और नकारात्मक तौर पर रहेगा. लेकिन दो राशियां ऐसी हैं जिनकी किस्मत बदल सकती है, जिसमें मिथुन राशि और वृषभ राशि के जातक शामिल हैं.
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए यह समय बेहद खास रहेगा. बिगड़ा काम बनेगा, धन-संपत्ति में बढ़ोतरी होगी. करियर और कारोबार से जुड़े लोगों को नए अवसर भी मिल सकते हैं. धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी, समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा, व्यापार में वृद्धि होगी. कुल मिलाकर ये समय मिथुन राशि के जातकों के लिए हर लिहाज से अच्छा होने की संभावना है.
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए यह समय बेहद शुभ रहेगा. सभी प्रकार के सुख की प्राप्ति होगी, धन लाभ हो सकता है. सरकारी तंत्र से लाभ होगा, करियर में सफलता मिलेगी. कोर्ट-कचहरी के मामलों में उत्तम परिणाम आएंगे. नौकरी में प्रमोशन होगा, सीनियर का साथ मिलेगा, दांपत्य जीवन में भी मधुरता रहेगी.