
कोबरा कमांडो और सुरक्षाबलों की संयुक्त कार्रवाई, 12 ठिकाने तबाह, “अब छुप नहीं पाएंगे – घुस कर मारेंगे”
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में बड़ी सफलता मिली है। 20 हजार से अधिक जवानों की संयुक्त टीम ने करीब 1000 नक्सलियों को घेरे में लिया है और अब तक 5 नक्सली ढेर किए जा चुके हैं। इस ऑपरेशन को देश का सबसे बड़ा नक्सल विरोधी अभियान माना जा रहा है।
बीजापुर की पहाड़ियों में घमासान:
ऑपरेशन का केंद्र बीजापुर की करेगुट्टा पहाड़ियों का इलाका है, जहां CRPF की स्पेशल यूनिट कोबरा 208वीं बटालियन की अगुवाई में सुरक्षाबलों ने अंतरराज्यीय सीमा पर बड़ी कार्रवाई शुरू की।
सुबह-सुबह हुआ मुठभेड़:
शुक्रवार सुबह गश्त के दौरान नक्सलियों ने जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में 5 नक्सली मारे गए।
20 हजार जवान, 3 राज्यों की फोर्स शामिल:
यह ऑपरेशन छत्तीसगढ़, तेलंगाना और महाराष्ट्र की संयुक्त रणनीति से चलाया जा रहा है। इसमें DRG, STF, CRPF, कोबरा और ग्रेहाउंड्स की टीमें शामिल हैं।
बंकर और ठिकानों का भंडाफोड़:
तलाशी अभियान में 12 नक्सली ठिकानों का पता चला। इनमें से एक 160 वर्गफीट का कंक्रीट स्लैब वाला बंकर था। यहां से सौर प्लेट, वर्दी, पंखे और अन्य सामान बरामद हुए हैं।
ऑपरेशन का नेतृत्व:
ऑपरेशन की कमान कोबरा कमांडो यूनिट ने संभाली है। यह अभियान जीदपल्ली शिविर से लॉन्च किया गया था।
सख्त संदेश:
सुरक्षा अधिकारियों का कहना है – “अब नक्सलियों को छिपने नहीं दिया जाएगा, घुसकर मारा जाएगा।” यह बयान दिखाता है कि अब नक्सलवाद के सफाए के लिए फोर्स को फ्री हैंड दिया गया है।