
एसएसपी विजय अग्रवाल का सख्त संदेश – जनता के टैक्स से मिलती है तनख्वाह, पुलिस को जनहित में करना होगा काम
दुर्ग जिले में कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए एसएसपी विजय अग्रवाल ने एक बार फिर प्रशासनिक सर्जरी की है। इस बार चार थाना प्रभारियों और दो उप निरीक्षकों का तबादला करते हुए साफ संदेश दिया कि पुलिस का दायित्व जनता की सेवा है, न कि सत्ता का प्रदर्शन।
दुर्ग। बेहतर पुलिसिंग और प्रशासनिक सुधार की दिशा में दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल ने चार थाना प्रभारियों (TI) और दो उप निरीक्षकों (SI) के तबादले किए हैं। कुछ अधिकारियों को लाइन से वापस मौके पर भेजा गया है, तो कुछ को लाइन अटैच किया गया है।
लाइन में अटैच निरीक्षक मोनिका पांडेय को फिर से छावनी थाना प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि अब तक इस थाने की कमान संभाल रहे एसआई चेतन चंद्राकर को लाइन भेजा गया है। वहीं प्रमोद रूसिया, जिन्हें पहले लाइन में अटैच किया गया था, को अब क्राइम ब्रांच और साइबर सेल का प्रभारी नियुक्त किया गया है।
खुर्सीपार थाने के प्रभारी अंबर सिंह भारद्वाज को पुरानी भिलाई थाना भेजा गया है। यह तबादला टीआई महेश ध्रुव के लाइन अटैच होने के बाद किया गया। वहीं, टीआई वंदिता पानिकर, जो अब तक जिला विशेष शाखा में कार्यरत थीं, अब खुर्सीपार थाना प्रभारी होंगी।
एसआई महेशलाल देवांगन को पद्मनाभपुर थाना से हटाकर जिला विशेष शाखा की कमान सौंपी गई है।
एसएसपी विजय अग्रवाल ने कहा कि पुलिस महकमे में ऐसी प्रशासनिक कार्रवाई आगे भी जारी रहेंगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि एक प्रभावशाली टीम बनाने में कुछ समय लगेगा, लेकिन उनका उद्देश्य जिले में निष्पक्ष, संवेदनशील और जवाबदेह पुलिसिंग को स्थापित करना है।
एसएसपी का सख्त संदेश:
एसएसपी अग्रवाल ने अपने अधीनस्थों को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि उन्हें जो वेतन मिलता है, वह जनता के टैक्स से आता है। इसलिए पुलिस कर्मियों की पहली जिम्मेदारी जनहित में सेवा करना होना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी जनता को अनावश्यक परेशान करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।