
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 3 मई को करेंगे भूमिपूजन, आधुनिक तकनीक आधारित उद्योगों की ओर राज्य की बड़ी छलांग
छत्तीसगढ़ अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने जा रहा है। नवा रायपुर में 1000 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले एआई डाटा सेंटर पार्क की आधारशिला मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 3 मई को रखेंगे। इस परियोजना से न केवल अत्याधुनिक तकनीकी विकास को गति मिलेगी, बल्कि रोजगार और निवेश की अपार संभावनाएं भी जन्म लेंगी।
रायपुर। छत्तीसगढ़ तकनीकी युग की ओर एक और बड़ा कदम बढ़ाने जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आगामी 3 मई 2025 को सुबह 11.30 बजे अटल नगर नवा रायपुर के सेक्टर-22 में राज्य के पहले एआई एक्सक्लूजिव डाटा सेंटर पार्क का भूमिपूजन करेंगे। यह स्थल सीबीडी रेलवे स्टेशन के समीप स्थित है।
इस अवसर पर वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री श्री लखनलाल देवांगन और वित्त, आवास एवं पर्यावरण मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। यह डाटा सेंटर पार्क 13.5 एकड़ में फैला होगा और इसकी लागत 1000 करोड़ रुपये होगी। इसमें 2.7 हेक्टेयर क्षेत्र विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) के विकास के लिए निर्धारित किया गया है।
डाटा सेंटर की भूमिका आज के डिजिटल युग में बेहद अहम मानी जा रही है, खासकर एआई और लार्ज लैंग्वेज मॉडल्स जैसे तकनीकी अनुप्रयोगों के संचालन में। ऊर्जा खपत के दृष्टिकोण से छत्तीसगढ़, जो पहले से ही एक सरप्लस बिजली राज्य है, इस क्षेत्र में निवेश के लिए आदर्श बन रहा है।
इस परियोजना को रैस बैंक डाटा सेंटर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित किया जा रहा है। यह न केवल छत्तीसगढ़ को तकनीकी रूप से समृद्ध बनाएगा, बल्कि युवाओं के लिए नई नौकरियों और तकनीकी प्रशिक्षण के अवसर भी लेकर आएगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय लगातार राज्य में कोर सेक्टर के साथ ही आधुनिक तकनीकी उद्योगों को भी बढ़ावा दे रहे हैं। उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन की अगुवाई में सेमीकंडक्टर यूनिट की स्थापना जैसी परियोजनाएं भी गति पकड़ रही हैं, जिसकी लागत 1163 करोड़ रुपये बताई गई है।
डाटा सेंटर, एआई माडलों और डाटा माइनिंग के लिए मूलभूत ढांचे के रूप में कार्य करते हैं। इनकी स्थापना से न केवल तकनीकी विकास संभव होगा, बल्कि छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय तकनीकी मानचित्र पर भी विशेष स्थान मिलेगा। राज्य सरकार द्वारा अपनाए गए सिंगल विंडो सिस्टम, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, और स्पीड ऑफ बिजनेस जैसे नीतिगत उपायों ने इस परियोजना की गति को तेज किया है।
अंततः, यह एआई डाटा सेंटर पार्क छत्तीसगढ़ को पावर हब से टेक्नोलॉजी हब की दिशा में अग्रसर करेगा और राज्य की औद्योगिक नीति में आधुनिक तकनीकी निवेश को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित होगा।