
शौर्य यात्रा, जयघोष और सम्मान समारोह के बीच वीर सैनिकों को दी गई श्रद्धांजलि, जिलाधीश को सौंपा गया पांच सूत्रीय ज्ञापन
दुर्ग के राजेंद्र पार्क में रविवार को राष्ट्रभक्ति का अद्वितीय दृश्य देखने को मिला, जहां वीर सैनिकों, शहीदों के परिजनों और मातृशक्तियों को सम्मानित किया गया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में देशभक्ति के नारों से माहौल गूंज उठा और एकजुट होकर राष्ट्र की सुरक्षा और गौरव की रक्षा का संकल्प लिया गया।
दुर्ग. राजेंद्र पार्क आज उस समय देशभक्ति के रंग में रंग गया जब ‘भारत माता की जय’ और ‘घर में घुसकर मारेगा हिंदुस्तान’ जैसे नारों से गूंज उठा। अवसर था राष्ट्रीय स्वाभिमान मंच द्वारा आयोजित ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता पर आयोजित वीर सैनिकों और मातृशक्तियों के सम्मान समारोह का। इस कार्यक्रम में शहीद सैनिकों के परिवारों, सेवानिवृत्त सैनिकों और सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय महिलाओं को शॉल और श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथियों के रूप में उपस्थित थीं कुर्मी समाज छत्तीसगढ़ की उपाध्यक्ष लता चंद्राकर, विहिप-बजरंग दल के प्रांत संयोजक ऋषि मिश्रा, उद्योगपति सुमन कन्नौजे, एवं समाजसेवक गंगाधर जाधव। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से किया गया। बालिकाओं और बच्चों ने सैनिकों की वेशभूषा में उपस्थित होकर अतिथियों का तिलक कर स्वागत किया।
मुख्य वक्ताओं ने ऑपरेशन सिंदूर की आवश्यकता और इसकी सफलता के पीछे की रणनीति पर प्रकाश डालते हुए सैनिकों की भूमिका को सराहा। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब देश को एकजुट होकर न केवल सीमा पर बल्कि मानसिक और वैचारिक मोर्चे पर भी दुश्मनों को जवाब देना होगा।
कार्यक्रम के समापन पर एक शौर्य यात्रा निकाली गई, जिसमें तिरंगे के साथ भारत माता की जयघोष करते हुए प्रतिभागी दुर्ग कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां पर एसडीएम को एक पांच सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें प्रमुख मांगे थीं:
- स्कूल-कॉलेजों में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की जानकारी दी जाए।
- सैनिकों के लिए नियमित सम्मान समारोह आयोजित हों।
- सरकार की रक्षा नीति और उपलब्धियों की जनचर्चा हो।
- मातृशक्तियों की भूमिका को प्रोत्साहित किया जाए।
- राष्ट्रवाद को प्रोत्साहित करने वाली गतिविधियों को समर्थन दिया जाए।
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मातृशक्ति, सामाजिक कार्यकर्ता एवं नागरिक उपस्थित रहे। जिनमें हेमलता सिंह, लालेश्वरी साहू, स्वीटी कौशिक, मिथिला खिचड़िया, उपासना साहू, रश्मि राजपूत, ममता राव, प्राजकता देशमुख, पारस जंघेल, सुरेंद्र कौशिक, पुरसोत्तम देवांगन, ललित चंद्राकर, रिकेश सेन सहित कई लोग शामिल थे।
- ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर राष्ट्रगौरव का जश्न
- शहीदों के परिजनों और मातृशक्ति को सम्मान
- भारत माता की जयघोष से गूंजा राजेंद्र पार्क
- जिलाधीश को सौंपा गया 5 सूत्रीय ज्ञापन
- शौर्य यात्रा के माध्यम से एकता और देशभक्ति का प्रदर्शन