
रोहित शर्मा के संन्यास के बाद गिल को सौंपी गई कमान, कहा- “टेस्ट क्रिकेट में देश का नेतृत्व करना हर युवा क्रिकेटर का सपना”
भारत की टेस्ट टीम को नया कप्तान मिल गया है और यह जिम्मेदारी अब युवा बल्लेबाज शुभमन गिल के कंधों पर है। गिल ने इसे अपने करियर का सबसे बड़ा सम्मान और जिम्मेदारी बताया है। उन्होंने कहा कि यह हर युवा खिलाड़ी का सपना होता है कि वह देश के लिए लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट खेले और अब उन्हें इस टीम का नेतृत्व करने का मौका मिला है, जो उनके लिए गर्व की बात है।
खेल, डेस्क। भारतीय टेस्ट क्रिकेट को एक नई दिशा देने की जिम्मेदारी अब शुभमन गिल को सौंपी गई है। रोहित शर्मा के टेस्ट प्रारूप से संन्यास के बाद गिल को यह अहम दायित्व सौंपा गया। 25 वर्षीय गिल ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक सम्मान नहीं बल्कि एक बड़ी जिम्मेदारी भी है। उन्होंने कहा, “जब एक बच्चा क्रिकेट खेलना शुरू करता है तो उसका सपना होता है भारत के लिए खेलना, और लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट खेलना। अब उस टीम का नेतृत्व करना मेरे लिए गर्व की बात है।”
गिल का चयन ऐसे समय में हुआ है जब उन्होंने 32 टेस्ट मैचों में 35.1 की औसत से 1,893 रन बनाए हैं, जिसमें पांच शतक और सात अर्धशतक शामिल हैं। गिल ने टेस्ट में भारत के लिए सलामी बल्लेबाज और तीसरे नंबर के बल्लेबाज की भूमिका निभाई है। चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर ने कहा, “शुभमन युवा हैं लेकिन उनमें नेतृत्व की परिपक्वता है। हमने ड्रेसिंग रूम की राय ली और पाया कि वे इस भूमिका के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”
गिल के पास पहले भी नेतृत्व का अनुभव रहा है – उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 सीरीज़ में कप्तानी की थी और दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम के उप-कप्तान भी रहे।
आईपीएल 2025 में गिल गुजरात टाइटन्स की अगुवाई कर रहे हैं और उनकी टीम अंक तालिका में शीर्ष पर है। उनके नेतृत्व में टीम ने अनुशासन, सामरिक सोच और आत्मविश्वास का नया स्तर दिखाया है।
नवगठित टेस्ट टीम में करुण नायर की सात साल बाद वापसी हुई है, जबकि बी. साई सुदर्शन और अर्शदीप सिंह को पहली बार टेस्ट टीम में मौका मिला है। वहीं, अनुभवी तेज गेंदबाज़ मोहम्मद शमी को फिटनेस कारणों से बाहर रखा गया है। गिल के नेतृत्व में भारतीय टेस्ट टीम इंग्लैंड के आगामी दौरे पर नए उत्साह और रणनीतिक सोच के साथ मैदान में उतरेगी, जिससे यह साफ है कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य युवा कंधों पर मजबूती से टिका है।