
प्रधानमंत्री का संदेश — आतंकियों के ठिकाने 22 मिनट में मिटाए, मेड इन इंडिया से दुनिया में बढ़ रहा भारत का मान
गुजरात के दाहोद में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र किया और आतंकवादियों को करारा जवाब देने की बात कही। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हमारे सैनिकों ने जिस दृढ़ता से कार्रवाई की, उसने पूरे देश का सिर गर्व से ऊँचा कर दिया है। मोदी ने ‘मेड इन इंडिया’ के वैश्विक प्रभाव और आदिवासी कल्याण योजनाओं पर भी प्रकाश डाला।
नई दिल्ली (ए)। दाहोद (गुजरात)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे के दौरान दाहोद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र किया और आतंकियों को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा, “जब कोई हमारी बहनों के सिंदूर को मिटाने की कोशिश करेगा, तो उसका मिटना तय होता है।”
मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने 140 करोड़ भारतीयों को सीधी चुनौती दी थी। इसका जवाब भारतीय सेना ने ऐसा दिया, जिसे दुनिया ने दशकों तक नहीं देखा था। “22 फरवरी को 22 मिनट में नौ आतंकी ठिकानों को खत्म कर दिया गया।” उन्होंने आगे कहा, “जब पाकिस्तानी सेना ने दुस्साहस दिखाया, तो हमारी सेना ने उसे धूल चटा दी।”
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ कोई सैन्य कार्रवाई मात्र नहीं, बल्कि भारतीयों की भावना और संस्कृति का उत्तर था। उन्होंने स्पष्ट किया कि देश की रक्षा के लिए उन्हें जो जिम्मेदारी दी गई है, उसे वे पूरी निष्ठा से निभा रहे हैं।
इसके साथ ही उन्होंने आदिवासी समाज को लेकर भी अपनी योजनाओं की चर्चा की और बताया कि जो वर्ग सबसे अधिक पिछड़ा हुआ है, उन्हें मुख्यधारा में लाने के लिए वे निरंतर प्रयास कर रहे हैं।
मेक इन इंडिया का प्रभाव
मोदी ने अपने संबोधन में ‘मेक इन इंडिया’ पहल की उपलब्धियों को गिनाते हुए बताया कि आज भारत न केवल अपनी जरूरतों की पूर्ति कर रहा है, बल्कि विश्व के कई देशों को भी उच्च गुणवत्ता वाला सामान निर्यात कर रहा है।
“ऑस्ट्रेलिया, मैक्सिको, स्पेन, इटली, और जर्मनी की मेट्रो के कोच भारत में बने हैं।” उन्होंने कहा कि जांबिया में मेड इन इंडिया ट्रेन चल रही है और इससे देशवासियों का आत्मगौरव बढ़ा है।
PM का रोड शो और सम्मान
सभा से पहले प्रधानमंत्री ने वडोदरा में रोड शो किया, जिसमें भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी के परिवार ने भी हिस्सा लिया। यह दौरा ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री का गुजरात का पहला सार्वजनिक दौरा था।