
ट्रेन में महिला के साथ हुई वीभत्स वारदात के बाद रेलवे का बड़ा कदम, सभी कोचों और इंजनों में उन्नत निगरानी प्रणाली से लैस होगा सिस्टम
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने महिलाओं की सुरक्षा और ट्रेनों में निगरानी व्यवस्था को और पुख्ता करने की दिशा में ऐतिहासिक फैसला लिया है। अब देशभर के 74,000 यात्री डिब्बों और 15,000 लोकोमोटिव इंजनों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। यह निर्णय हाल ही में ट्रेन के भीतर हुई जघन्य घटना के बाद लिया गया है, जिससे यात्रियों में भय और असुरक्षा की भावना गहराई थी।
यात्रियों की सुरक्षा को नई तकनीक से जोड़ते हुए भारतीय रेलवे ने एक बड़ा और साहसिक कदम उठाया है। आने वाले महीनों में देशभर की ट्रेनों के 74,000 से अधिक यात्री कोच और 15,000 लोकोमोटिव इंजनों को उन्नत सीसीटीवी कैमरों से लैस किया जाएगा। रेलवे के अनुसार, प्रत्येक कोच में चार और हर इंजन में छह कैमरे लगाए जाएंगे। कोचों में ये कैमरे मुख्य रूप से प्रवेश द्वार और साझा क्षेत्रों में होंगे ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इन हाई-टेक कैमरों की विशेषता यह है कि ये कम रोशनी में भी स्पष्ट रिकॉर्डिंग कर सकते हैं और तेज रफ्तार ट्रेनों में भी स्थिर और उच्च गुणवत्ता वाली फुटेज प्रदान करने में सक्षम हैं। यह पहल यात्रियों, खासकर महिलाओं की सुरक्षा के लिहाज से एक बड़ा सुधार माना जा रहा है।
यह कदम पानीपत में हाल ही में घटी दिल दहला देने वाली घटना के बाद तेज़ी से आगे बढ़ाया गया है। एक महिला के साथ ट्रेन के खाली कोच में गैंगरेप की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे। आरोपियों ने महिला को बहला-फुसलाकर कोच में ले जाकर दुष्कर्म किया और फिर उसे रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया, जहां एक ट्रेन गुजरने से महिला ने अपना पैर गंवा दिया।
इस घटना ने रेलवे सुरक्षा के इंतजामों की कमजोरियों को उजागर किया, जिसके बाद रेलवे ने निगरानी को मजबूत करने की दिशा में निर्णायक पहल की है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अप्रैल 2025 में संसद में यह ऐलान किया था कि आगामी डेढ़ साल में देश के सभी रेलवे स्टेशनों को भी सीसीटीवी कैमरों से जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि रेलवे हर जोन, डिवीजन और बोर्ड स्तर पर ‘वार रूम’ स्थापित कर चुका है, जहां से निरंतर निगरानी और निगरानी पर नियंत्रण रखा जा रहा है।
रेलवे के इस निर्णय से आने वाले समय में यात्रियों, विशेष रूप से महिलाओं को अधिक सुरक्षित, सशक्त और भरोसेमंद रेल सफर मिल सकेगा।