
DAP की किल्लत, भ्रष्टाचार के आरोप और भर्ती गड़बड़ी पर भिड़े पक्ष-विपक्ष; सीएम बोले- वैकल्पिक खाद की पर्याप्त व्यवस्था
छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र पहले ही दिन भारी हंगामे की भेंट चढ़ गया। खाद-बीज की किल्लत और 2024 की राजस्व निरीक्षक भर्ती में अनियमितता के मुद्दों पर विपक्ष ने सरकार को घेरा। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने DAP की महंगी दरों और किसानों की बदहाली को लेकर तीखे सवाल उठाए। वहीं, सत्तापक्ष ने वैकल्पिक उर्वरकों की व्यवस्था का हवाला दिया। सदन में भारी हंगामे के बाद विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया।
रायपुर | छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत हंगामे के साथ हुई। पहले ही दिन खाद और बीज की कमी, और राजस्व निरीक्षक भर्ती 2024 में गड़बड़ी जैसे गंभीर मुद्दों पर विपक्ष ने सरकार को आड़े हाथों लिया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि किसानों को 1300 रुपए का DAP अब बाजार में 2100 रुपए में मिल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार जानबूझकर धान उत्पादन को प्रभावित करने के लिए खाद की आपूर्ति रोक रही है। साथ ही अमानक बीजों की बिक्री को लेकर भी चिंता जताई।
विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव लाते हुए सदन में जोरदार हंगामा किया। वहीं CM विष्णुदेव साय ने जवाब में कहा कि किसानों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, राज्य सरकार ने नैनो DAP, एनपीके और SSP जैसे वैकल्पिक उर्वरकों की व्यवस्था की है। उन्होंने बताया कि राज्य में 1,79,000 बॉटल नैनो डीएपी उपलब्ध हैं और आपूर्ति लगातार जारी है।
राजस्व निरीक्षक भर्ती में गड़बड़ी के मुद्दे पर भी विपक्ष ने सरकार पर तीखा हमला बोला। राजेश मूणत द्वारा पुरानी सरकार पर आरोप मढ़ने पर विपक्ष के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। भूपेश बघेल ने CBI जांच की मांग की और कहा कि सरकार भ्रष्टाचारियों को बचा रही है। राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने भर्ती प्रक्रिया में अनियमितता स्वीकार करते हुए कहा कि पांच सदस्यीय समिति की रिपोर्ट में गड़बड़ी सामने आई है। मामले की EOW द्वारा 40 बिंदुओं पर जांच की जा रही है, और आगामी विधानसभा सत्र से पहले कार्रवाई की जाएगी।
सदन में अन्य मुद्दों पर भी हुई चर्चा:
- अजय चंद्राकर ने महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय में भर्ती में रोस्टर उल्लंघन का आरोप लगाया, जिस पर मुख्यमंत्री ने जांच कमेटी के गठन की जानकारी दी।
- नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने खाद के निजी दुकानों में उपलब्ध और सरकारी समितियों में अभाव की ओर ध्यान दिलाया।
- विधायक उमेश पटेल ने कहा कि सरकार जानबूझकर किसानों को खाद नहीं दे रही है।
- वित्त मंत्री ओपी चौधरी और वन मंत्री केदार कश्यप ने क्रमशः वाणिज्यिक कर और प्रतिकरात्मक वनरोपण निधि का वार्षिक प्रतिवेदन पटल पर रखा।
दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि:
- सत्र की शुरुआत में पूर्व राज्यपाल शेखर दत्त और सक्ती रियासत के राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह को श्रद्धांजलि दी गई, जिसके बाद सभा की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित की गई।
- कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में CM साय, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, डिप्टी सीएम अरुण साव समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।