
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल रंग लाई, तय लक्ष्य से आगे निकली श्रद्धा की रेल; रायपुर से रवाना हुई 28वीं विशेष ट्रेन
छत्तीसगढ़ सरकार की बहुप्रतीक्षित ‘श्री रामलला दर्शन योजना’ जनआस्था का जीवंत प्रतीक बनती जा रही है। अयोध्या धाम के पावन दर्शन का सपना अब प्रदेश के हजारों श्रद्धालुओं के लिए साकार हो रहा है। लक्ष्य था 20,000 यात्रियों को दर्शन कराना, लेकिन श्रद्धा और सरकार की संकल्प शक्ति ने इस आंकड़े को पार कर 22,000 से अधिक श्रद्धालुओं को प्रभु श्रीराम के दरबार तक पहुँचा दिया है।
रायपुर। प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या के दर्शन का सौभाग्य अब छत्तीसगढ़वासियों के लिए एक सपना नहीं, बल्कि साकार होती हकीकत बन चुकी है। राज्य सरकार द्वारा प्रारंभ की गई ‘श्री रामलला दर्शन योजना’ के तहत बुधवार को रायपुर रेलवे स्टेशन से 850 श्रद्धालुओं को लेकर एक और विशेष ट्रेन रवाना हुई। यह वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली यात्रा है, जिससे योजना के अंतर्गत अब तक दर्शन कर चुके श्रद्धालुओं की संख्या 22,000 के पार पहुँच गई है।
इस शुभ अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने श्रद्धालुओं को शुभकामनाएँ देते हुए कहा,
“यह केवल यात्रा नहीं, श्रद्धा का सत्कार है। हमारा प्रयास है कि प्रदेश का हर नागरिक जीवन में एक बार श्रीरामलला के दर्शन कर सके।”
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि योजना की शुरुआत के समय सरकार ने मार्च 2024 तक 20,000 श्रद्धालुओं को अयोध्या भेजने का लक्ष्य रखा था, जो आस्था और सरकार की प्रतिबद्धता के बल पर पार हो चुका है।
यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को अयोध्या के साथ-साथ काशी विश्वनाथ धाम के दर्शन का भी अवसर मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस योजना के लिए वर्ष 2025-26 में ₹36 करोड़ का बजट स्वीकृत किया गया है और अब तक 27 विशेष ट्रेनों का संचालन विभिन्न संभागों से किया जा चुका है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इसे सिर्फ तीर्थ यात्रा न मानकर राज्य की सांस्कृतिक चेतना को पुनर्जागृत करने की ऐतिहासिक पहल बताया। विशेष रूप से बुजुर्गों और वंचित वर्गों के लिए यह योजना एक अनमोल अवसर बनकर सामने आई है।
रायपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 7 से ट्रेन को राजस्व, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर स्टेशन परिसर “जय श्रीराम” के नारों से गूंज उठा। यात्रियों का स्वागत छत्तीसगढ़ी लोकनृत्य और IRCTC के तिलक-सम्मान से किया गया।
इस अवसर पर विधायक पुरंदर मिश्रा, मोतीलाल साहू, गुरु खुशवंत साहिब, पर्यटन मंडल अध्यक्ष नीलू शर्मा, नागरिक आपूर्ति निगम अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, राज्य वक्फ बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सलीम राज, संस्कृति सचिव डॉ. रोहित यादव, पर्यटन बोर्ड के एमडी विवेक आचार्य, और कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह समेत कई अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
‘श्री रामलला दर्शन योजना’ की परिकल्पना मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने प्रदेशवासियों को निःशुल्क तीर्थ दर्शन का अवसर देने के लिए की थी। इसके लिए 23 फरवरी 2024 को छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल और IRCTC के मध्य एमओयू संपन्न हुआ। योजना की औपचारिक शुरुआत 5 मार्च 2024 को रायपुर से हुई, जब मुख्यमंत्री ने स्वयं पहली ट्रेन को रवाना किया था।
बिलासपुर, सरगुजा, दुर्ग-बस्तर संभागों से भी ट्रेनों का संचालन हो चुका है, और अब यह योजना प्रदेश के जनजीवन से गहराई से जुड़ चुकी है। साप्ताहिक ट्रेनों का संचालन सभी संभागों से सतत जारी रहेगा।