
कॉपी-पेस्ट, स्पैम और AI से बने घटिया वीडियो पर कसा शिकंजा, मेटा ने लॉन्च की नई मॉनिटरिंग पॉलिसी
सोशल मीडिया की दुनिया में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। मेटा (Meta) ने फेसबुक प्लेटफॉर्म पर अन-ऑरिजनल और स्पैम कंटेंट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 1 करोड़ से अधिक अकाउंट्स को ब्लॉक कर दिया है। वहीं 5 लाख से अधिक यूज़र्स पर जुर्माना भी ठोका गया है। कंपनी का फोकस अब ऑरिजनल कंटेंट और असली क्रिएटर्स को बढ़ावा देने पर है।
नई दिल्ली। फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा ने डिजिटल दुनिया में एक सख्त संदेश भेजते हुए फेक और कॉपी कंटेंट के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। कंपनी ने एक प्रेस स्टेटमेंट में बताया कि उसने 1 करोड़ से ज्यादा फेसबुक अकाउंट्स को ब्लॉक कर दिया है। ये अकाउंट्स लगातार स्पैम, नकली एंगेजमेंट और कॉपी-पेस्ट कंटेंट के जरिए प्लेटफॉर्म की गुणवत्ता को प्रभावित कर रहे थे।
5 लाख यूज़र्स पर जुर्माना भी
मेटा ने खुलासा किया कि 5 लाख से अधिक यूज़र्स को जुर्माना भरना होगा। ये वे यूज़र्स हैं जो बार-बार एक जैसा कंटेंट पोस्ट करके एंगेजमेंट बढ़ाने की कोशिश, फर्जी व्यूज, और सिस्टम में गड़बड़ी जैसे कामों में शामिल पाए गए।
AI और चोरी किए गए वीडियो पर निगरानी
मेटा अब एडवांस्ड तकनीक की मदद से ऐसे डुप्लिकेट और री-अपलोड किए गए वीडियो की पहचान कर रहा है जो बिना क्रेडिट के बार-बार इस्तेमाल हो रहे हैं। ऐसे अकाउंट्स की रीच घटाई जाएगी और उन्हें कुछ समय के लिए फेसबुक मोनेटाइजेशन प्रोग्राम से भी बाहर किया जाएगा।
AI पर जरूरत से ज्यादा निर्भरता पर चेतावनी
कंपनी ने साफ कहा है कि जो क्रिएटर्स बिना मेहनत के सिर्फ AI टूल्स का इस्तेमाल कर घटिया गुणवत्ता का कंटेंट बना रहे हैं— जैसे कि ऑटो जेनरेटेड कैप्शन, या दूसरे के वीडियो पर वॉटरमार्क लगाकर पोस्ट करना— उन्हें चेतावनी दी जा रही है। मेटा एक नया फीचर टेस्ट कर रही है जिससे रीपोस्ट किए गए वीडियो ऑरिजनल क्रिएटर से सीधे लिंक हो सकें।
क्रिएटर्स को मिलेगा बदलाव का समय
मेटा ने यह भी स्पष्ट किया है कि ये सभी नए नियम धीरे-धीरे लागू किए जाएंगे ताकि क्रिएटर्स को समय मिल सके अपने काम करने के तरीके को गाइडलाइंस के अनुरूप ढालने का। कंपनी का उद्देश्य है कि मेहनती और ईमानदार क्रिएटर्स को सही पहचान और इनाम मिले, और फेक कंटेंट से सोशल मीडिया की साख को बचाया जा सके।