
7 अगस्त से 25% टैरिफ लागू, 27 अगस्त से अतिरिक्त 25% शुल्क; निर्यात में 50% तक गिरावट की आशंका
भारत से अमेरिका को होने वाले निर्यात पर अब अतिरिक्त बोझ पड़ने वाला है। अमेरिका ने 7 अगस्त से 25% टैरिफ लागू कर दिया है और 27 अगस्त से और 25% अतिरिक्त शुल्क जोड़ेगा। इससे ज्वेलरी, टेक्सटाइल और इंजीनियरिंग गुड्स जैसे क्षेत्रों में गहरा असर पड़ने की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस फैसले से भारत का कुल निर्यात 40-50% तक घट सकता है, वहीं कंपनियों को नए बाजार तलाशने की चुनौती भी सामने खड़ी हो गई है।
नई दिल्ली (ए)। अमेरिका ने भारत से आयात होने वाले उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाने का फैसला लागू कर दिया है। 7 अगस्त से 25% और 27 अगस्त से अतिरिक्त 25% शुल्क की घोषणा से भारतीय उत्पाद अमेरिकी बाजार में महंगे हो जाएंगे, जिससे उनकी मांग में कमी आ सकती है।
अब तक भारतीय सामानों पर औसतन 10% तक टैरिफ लगता था, जो अब 50% तक पहुंच सकता है। इसका सीधा असर भारत के टेक्सटाइल, जेम्स एंड ज्वेलरी और इंजीनियरिंग गुड्स जैसे प्रमुख निर्यात क्षेत्रों पर पड़ सकता है।
GTRI का अनुमान: एक्सपोर्ट में 50% तक गिरावट
ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) के फाउंडर अजय श्रीवास्तव ने कहा कि इस टैरिफ बढ़ोतरी से अमेरिका को होने वाला भारतीय निर्यात 40-50% तक घट सकता है। हालांकि, भारत के कई एक्सपोर्टर्स का कहना है कि वे अन्य वैश्विक बाजारों पर फोकस बढ़ाएंगे।
सेक्टर वाइज प्रभाव:
- सेक्टर पहले टैरिफ अब
इंजीनियरिंग गुड्स 15% 30%
जेम्स एंड ज्वेलरी 16% 31%
टेक्सटाइल 20% 35%
इलेक्ट्रॉनिक्स 0.41% छूट जारी
फार्मा 0% छूट जारी
इंजीनियरिंग सेक्टर: भारत का सबसे बड़ा निर्यात क्षेत्र
- भारत ने 2024 में 19.16 बिलियन डॉलर के इंजीनियरिंग गुड्स अमेरिका को निर्यात किए थे।
- अब टैरिफ बढ़ने से 100 डॉलर का सामान 130 डॉलर में बिकेगा।
- इससे 10-15% तक एक्सपोर्ट में गिरावट हो सकती है।
- प्रभावित कंपनियाँ: भारत फोर्ज, टाटा स्टील, L&T आदि।
- MSMEs (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग) पर सबसे ज्यादा असर, जो कुल निर्यात का 40% योगदान देते हैं।
क्या कर सकता है भारत?
- यूरोप और ASEAN देशों में निर्यात बढ़ाने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।
- PLI स्कीम का विस्तार कर प्रोडक्शन कॉस्ट घटाने की तैयारी।
- इंजीनियरिंग एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के चेयरमैन पंकज चड्ढा ने कहा कि अगले तीन महीने की स्थिति पर निगरानी रखी जाएगी।