
- सशक्त एप की मदद से पुलिस को मिली सफलता
- मोहन नगर थाना पुलिस और गठित टीम की संयुक्त कार्रवाई
- नाबालिग और आरोपी शौक पूरा करने चोरी करते थे बाइक
- 19 वाहन बरामद, 14 खरीददारों पर भी गिरी गाज
जिले में लगातार हो रही दोपहिया वाहन चोरी की वारदातों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक संगठित गैंग का पर्दाफाश किया है। सशक्त एप और मुखबिर की सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए मोहन नगर थाना पुलिस और गठित टीम ने 2 नाबालिग समेत एक युवक को गिरफ्तार किया। आरोपियों से 19 चोरी की मोटरसाइकिल और स्कूटी बरामद की गई हैं, जिनकी कीमत करीब 15 लाख रुपए आंकी गई है। चोरी के वाहन खरीदने वालों 14 लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है।
दुर्ग। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल के निर्देशन में दुर्ग पुलिस ने दोपहिया वाहन चोरी की घटनाओं पर नकेल कसते हुए बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस को लगातार मिल रही शिकायतों के बाद जिले के विभिन्न अनुभाग स्तर पर विशेष टीम गठित की गई थी। इसी बीच मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ युवक संदिग्ध हालात में चोरी की बाइक लेकर घूम रहे हैं। ग्रीन चौक के पास दबिश देकर पुलिस ने तीन संदिग्धों को पकड़ा।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी पिछले चार माह से अब तक कुल 19 बाइक और स्कूटी की चोरी कर चुके हैं। पकड़े गए आरोपियों में 2 नाबालिग और एक युवक शामिल है। पुलिस के अनुसार, यह गैंग वाहनों की चोरी कर उन्हें अपने परिचितों के जरिए कम दाम पर बेच देता था। हैरानी की बात यह रही कि वाहन खरीदने वाले लोग यह जानते हुए भी गाड़ियां खरीद रहे थे कि न तो कागजात हैं, न ही नंबर प्लेट। पुलिस ने चोरी की गाड़ियों को खरीदने वाले 14 लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी है। जब्त वाहनों की कीमत करीब 15 लाख रुपए है।
इस कार्रवाई में गठित टीम के सउनि. चंद्रशेखर सोनी, प्र. आर. मनीष अग्निहोत्री, आरक्षक हिमांशु जंघेल, आरक्षक खिलेश कुर्रे, आरक्षक रवि शंकर मरकाम और आरक्षक गजेन्द्र यादव की अहम भूमिका रही।