
2 महीने से जेल में बंद पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे पर ED की कड़ी कार्रवाई, रिमांड बढ़ाने की तैयारी
रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को आज रायपुर की पीएमएलए स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा। 14 दिन की न्यायिक रिमांड पूरी होने के बाद उन्हें जेल से कोर्ट लाया जाएगा। प्रवर्तन निदेशालय (ED) रिमांड बढ़ाने की मांग कर सकती है।
शराब घोटाले और मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसे चैतन्य बघेल की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। 18 जुलाई को ED द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद से वे रायपुर जेल में बंद हैं। आज उनकी न्यायिक रिमांड खत्म होने पर उन्हें पीएमएलए स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, ED अदालत में रिमांड अवधि बढ़ाने का आवेदन दे सकती है।
गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय ने 18 जुलाई को पूर्व सीएम भूपेश बघेल के निवास पर छापा मारा था। इसके बाद उनके बेटे चैतन्य बघेल को भिलाई से हिरासत में लिया गया। जांच एजेंसी का आरोप है कि शराब घोटाले की रकम से चैतन्य को 16.70 करोड़ रुपए मिले, जिसे उन्होंने रियल एस्टेट कारोबार में निवेश किया।
ED का कहना है कि इस ब्लैक मनी को रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में लगाकर फर्जी निवेश दिखाया गया और करीब 1000 करोड़ रुपए की हेराफेरी की गई। जांच में खुलासा हुआ कि बघेल के विट्ठल ग्रीन प्रोजेक्ट (बघेल डेवलपर्स) में घोटाले की रकम का इस्तेमाल हुआ। इस प्रोजेक्ट के कंसल्टेंट राजेन्द्र जैन ने भी माना कि वास्तविक खर्च 13–15 करोड़ रुपए था, जबकि रिकॉर्ड में महज 7.14 करोड़ रुपए दर्शाए गए।
जांच के दौरान ED ने प्रोजेक्ट से जुड़े अकाउंटेंट और कंसल्टेंट के ठिकानों पर छापा मारकर कई डिजिटल डिवाइस और दस्तावेज जब्त किए। इनमें यह भी सामने आया कि कंपनी ने एक ठेकेदार को 4.2 करोड़ रुपए नकद भुगतान किया, जिसका कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं है।