
तीन दिन की रिमांड में इंटरनेशनल नेटवर्क का खुलासा, होटल कारोबारियों और नेताओं के बेटों तक पहुंची जांच
रायपुर के चर्चित ड्रग्स तस्करी मामले में इंटीरियर डिजाइनर नव्या मलिक और विधि अग्रवाल की कस्टोडियल रिमांड आज पूरी हो रही है। दोनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं—इस सिंडिकेट से 850 से ज्यादा रईसजादों के जुड़े होने की जानकारी सामने आई है, जिनमें होटल कारोबारियों और राजनेताओं के बेटों के नाम भी शामिल हैं।
रायपुर। रायपुर में सामने आए बड़े ड्रग्स नेटवर्क ने पुलिस की जांच को नई दिशा दे दी है। पाकिस्तान से आने वाली हेरोइन और दिल्ली से सप्लाई हो रही एमडीएमए (MDMA) को राजधानी में खपाने के आरोप में गिरफ्तार नव्या मलिक और विधि अग्रवाल की रिमांड पूरी हो रही है। आज उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
पुलिस के मुताबिक, इस ड्रग्स सिंडिकेट का दायरा बेहद बड़ा है। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि 850 से अधिक रईसजादे इसके संपर्क में थे। इनमें कई रसूखदार परिवारों के बेटे और होटल कारोबार से जुड़े लोग शामिल हैं। अब तक सबसे अहम पूछताछ पंजाब निवासी लवजीत सिंह, हिस्ट्रीशीटर रुपिंदर उर्फ पिंदर सिंह और नव्या मलिक से हुई है।
रिमांड के दौरान पिंदर ने पुलिस को बताया कि पाकिस्तान से ड्रग्स ड्रोन के जरिए सीमा पार करवाई जाती थी, फिर ट्रकों और नेटवर्क में शामिल युवकों के जरिए रायपुर समेत देश के अन्य हिस्सों में सप्लाई होती थी। कार्रवाई तेज होने पर पिंदर दिल्ली-पंजाब के रास्ते से माल रायपुर भेजता था।
पुलिस ने पिंदर के नेटवर्क के 17 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि कई आरोपी अब भी फरार हैं। इसके अलावा सुवित श्रीवास्तव के अकाउंट से 600 से ज्यादा ग्राहकों की पहचान हुई है। पुलिस ने अकाउंट फ्रीज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। इस पूरे मामले में हाई-प्रोफाइल ग्राहकों और सिंडिकेट से जुड़े रसूखदारों पर शिकंजा कसना अब सिर्फ वक्त की बात है।