
रविवार रात 9:57 बजे शुरू हुआ खगोलीय घटना का दौर, 3 घंटे 28 मिनट तक चला ग्रहण
साल का आखिरी पूर्ण चंद्रग्रहण रविवार रात भारत समेत दुनिया के कई देशों में देखा गया। 27 जुलाई 2018 के बाद यह पहला मौका था जब देशभर के लोग खुले आसमान से चंद्रमा पर पृथ्वी की परछाईं का अद्भुत नजारा देख सके।
नई दिल्ली (ए)। रविवार रात देशभर में लोगों की निगाहें आसमान पर टिकी रहीं। कारण था साल का अंतिम और बेहद खास पूर्ण चंद्रग्रहण। यह खगोलीय घटना रात 9:57 बजे शुरू हुई और करीब 3 घंटे 28 मिनट तक चली।
ग्रहण के दौरान चंद्रमा लगभग 82 मिनट तक पृथ्वी की पूरी छाया में रहा और ‘ब्लड मून’ में तब्दील हो गया। लालिमा से चमकते चंद्रमा का यह नजारा लोगों के लिए किसी अद्भुत दृश्य से कम नहीं था। देर रात 12:22 बजे के बाद धीरे-धीरे पृथ्वी की छाया हटने लगी और चांद अपनी सामान्य दूधिया आभा में लौट आया।
खगोलविदों के अनुसार, पूर्ण चंद्रग्रहण हर साल नहीं होता और यह संयोग ही है कि 7 साल बाद पूरा भारत इसके गवाह बना। देश के सभी हिस्सों से लोगों ने इसे देखा और कई जगह एस्ट्रोनॉमी क्लब्स ने टेलीस्कोप से लाइव व्यूइंग भी कराई।
सोशल मीडिया पर भी ‘ब्लड मून’ की तस्वीरें छा गईं। लोगों ने अपने मोबाइल और कैमरों से इस खगोलीय घटना को कैद कर यादगार बना लिया।