
रायपुर. छत्तीसगढ़ की काम-काजी महिलाओं के रहने के लिए केंद्र सरकार की मदद से रायपुर में 3 और बिलासपुर में 2 हॉस्टल बनेंगे। इनमें महिलाएं किसी किराएदार की तरह रह पाएंगी। इसके लिए केंद्र सरकार ने प्रदेश सरकार को फंड भी स्वीकृत किया है। इस प्रोजेक्ट से छत्तीसगढ़ के दो सबसे बड़े शहरों रायपुर और बिलासपुर में कामकाजी महिलाओं की सुरक्षित और सस्ते आवास की बड़ी जरूरत जल्द पूरी होगी। केन्द्रीय वित्त मंत्रालय ने राज्यों के लिए विशेष पूंजीगत सहायता योजना के तहत यह प्रोजेक्ट लाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शहरों में कामकाजी महिलाओं के सुरक्षित और सस्ते आवास के लिए राशि मुहैया कराने केंद्र सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया है। केंद्र से मिले फंड से रायपुर नगर निगम तेलीबांधा और टाटीबंध में 250-250 सीटर और भैंसथान में 223 सीटर महिला छात्रावास बनाए जाएंगे। बिलासपुर के तिफरा और सिरगिट्टी में सीएसआईडीसी की तरफ से 224-224 सीटर छात्रावास का निर्माण किया जाएगा। नया रायपुर अटल नगर विकास प्राधिकरण नया रायपुर में एक हजार सीटर छात्रावास बनाएगी।
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि, सुशासन के साथ-साथ महिला सशक्तीकरण और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन ‘विकसित भारत-2047’ के लक्ष्य को हासिल करने राज्य शासन ने वर्किंग वीमेन हॉस्टल बनाने के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव प्रेषित किया था।
उन्होंने इसकी मंजूरी मिलने पर राज्य की महिलाओं की ओर से भारत सरकार का आभार जताया। केन्द्रीय वित्त मंत्रालय की तरफ से विशेष पूंजीगत सहायता के तहत नया रायपुर में एक हजार सीटर महिला छात्रावास के लिए 103 करोड़ 22 लाख रुपए। रायपुर के टाटीबंध और तेलीबांधा में 250-250 सीटर छात्रावास के लिए क्रमशः 15 करोड़ 10 लाख रुपए और 15 करोड़ पांच लाख रुपए मंजूर किए हैं। रायपुर के ही भैंसथान में 223 सीटर छात्रावास के लिए 17 करोड़ 23 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं। केंद्र सरकार से बिलासपुर के तिफरा और सिरगिट्टी में 224-224 सीटर छात्रावास के लिए क्रमशः 26 करोड़ 15 लाख रुपए और 25 करोड़ 25 लाख रुपए मंजूर किए गए हैं।