
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की हालिया कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताते हुए केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सवाल उठाया कि महादेव सट्टा एप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को कथा सुनाने वाले प्रदीप मिश्रा से पूछताछ क्यों नहीं की जा रही, जबकि कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है।
रायपुर। सीबीआई की अलग-अलग टीमों ने 26 मार्च को दुर्ग-भिलाई में 14 ठिकानों पर छापेमारी की, जिसमें विधायकों, व्यापारियों और पुलिस अधिकारियों के नाम शामिल हैं। इस कार्रवाई के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि महादेव सट्टा एप के खिलाफ सबसे पहले कांग्रेस सरकार ने सख्त कदम उठाए, लेकिन अब भाजपा इसे राजनीतिक हथियार बना रही है।
भूपेश बघेल ने कहा, “जब हमारी सरकार थी, तब महादेव सट्टा एप के खिलाफ सबसे ज्यादा कार्रवाई हुई क्योंकि हम जानते थे कि इस अवैध सट्टे के कारण कई परिवार तबाह हो रहे हैं। भाजपा की सरकार बताए कि उन्होंने इस एप के खिलाफ कहां-कहां कार्रवाई की? कांग्रेस ने कार्रवाई की, और अब हम पर ही झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं।”
उन्होंने भाजपा सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने दावा किया था कि एक महीने के भीतर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को गिरफ्तार कर छत्तीसगढ़ लाया जाएगा, लेकिन अब तक वे दोनों फरार हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि कथावाचक प्रदीप मिश्रा, जो सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के मेहमान बनकर दुबई गए थे, उनसे पूछताछ क्यों नहीं की जा रही? भूपेश बघेल ने भाजपा के नेताओं और महादेव सट्टा एप से जुड़े लोगों के बीच संबंधों का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “भाजपा नेताओं की सट्टेबाजों के साथ तस्वीरें मौजूद हैं, लेकिन सीबीआई उनसे कोई पूछताछ नहीं कर रही है। उल्टा कांग्रेस नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है।”
सीबीआई की छापेमारी को राजनीति से प्रेरित बताते हुए उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी ने उनके घर से दस्तावेज जब्त किए, जबकि 15 दिन पहले ईडी ने उन्हीं दस्तावेजों की फोटो कॉपी ली थी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह पूरी कार्रवाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छत्तीसगढ़ दौरे से पहले राजनीतिक माहौल तैयार करने के लिए की गई है।
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री 30 मार्च को छत्तीसगढ़ आ रहे हैं, उनके भाषण के लिए कुछ सामग्री तो चाहिए ही। इसलिए यह छापेमारी कर उन्हें मुद्दा देने की कोशिश की जा रही है।” भूपेश बघेल ने इस कार्रवाई को कांग्रेस को दबाने की साजिश करार दिया और कहा कि वह इससे डरने वाले नहीं हैं।