
कमिश्नर पर लगे आरोप, वार्डों में विकास कार्यों के असमान वितरण को लेकर पार्षदों में तीखी नोकझोंक
भिलाई। नगर पालिक निगम भिलाई की बजट बैठक 27 मार्च को भारी हंगामे के बीच संपन्न हुई। बैठक में महापौर नीरज पाल ने 801 करोड़ 78 लाख 45 हजार रुपए का बजट पेश किया, जिसमें से 619 करोड़ 55 लाख 47 हजार रुपए शहर के विकास कार्यों के लिए प्रस्तावित किए गए हैं। विपक्षी पार्षदों ने निगम प्रशासन पर विकास कार्यों की स्वीकृति में भेदभाव का आरोप लगाया, वहीं निर्दलीय पार्षद हरिओम तिवारी अपनी बात न सुने जाने पर वॉकआउट कर गए। विपक्षी नेता दया सिंह ने निगम कमिश्नर की कार्यशैली पर सवाल उठाए और सत्ता पक्ष के पार्षदों ने सभी प्रस्ताव पास कराने के लिए दबाव बनाया।
भिलाई नगर निगम की बजट बैठक में विकास कार्यों के असमान वितरण को लेकर सत्ता पक्ष, विपक्ष और निर्दलीय पार्षदों के बीच तीखी बहस हुई। वार्ड 23 की पार्षद नेहा साहू ने आरोप लगाया कि वार्ड 2 में 29 विकास कार्य स्वीकृत किए गए, जबकि उनके वार्ड को नजरअंदाज किया गया। इस पर वार्ड 2 के पार्षद ने उन्हें अनुभवहीन बताते हुए जवाब दिया, जिससे सदन में विवाद और बढ़ गया।
बैठक में विपक्षी पार्षद दया सिंह ने निगम कमिश्नर राजीव पांडेय पर तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने तीन महीने में इतना काम कर दिया, जितना तीन साल में नहीं हुआ, लेकिन अब वे केवल अखबारों में अपनी तस्वीरें छपवा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विकास से ज्यादा निगम अधिकारियों का विकास हुआ है। इस दौरान कुछ पार्षदों ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार बनने के बाद पार्षद मद की राशि 6 लाख से घटाकर 3 लाख कर दी गई है, जिससे वार्डों में छोटे-मोटे विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
निर्दलीय पार्षद का वॉकआउट और श्रद्धांजलि विवाद
मॉडल टाउन क्षेत्र के निर्दलीय पार्षद हरिओम तिवारी अपनी बात न सुने जाने से नाराज होकर सदन से वॉकआउट कर गए। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सदन में किसी की बात नहीं सुनी जाती और सब अपनी मनमर्जी चलाते हैं। उन्होंने यह भी आपत्ति जताई कि दिवंगत पार्षद योगेश साहू को श्रद्धांजलि दिए बिना सदन की कार्रवाई शुरू कर दी गई। जब इस पर हंगामा हुआ, तो बाद में श्रद्धांजलि दी गई।
बैठक के दौरान पहली बार वार्ड 22 की निर्दलीय पार्षद ने भी आवाज उठाई और कांग्रेस शासनकाल में समान विकास का दावा किया, जिस पर सत्ता पक्ष ने मेज थपथपाकर समर्थन किया, जबकि विपक्ष ने तंज कसते हुए कहा कि समान विकास हुआ है, लेकिन वार्ड 22 में अभी भी विकास अधूरा है।
भिलाई नगर निगम की बजट बैठक में सत्ता-विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक, निगम प्रशासन पर गंभीर आरोप, विकास कार्यों में असमानता और निर्दलीय पार्षद का वॉकआउट जैसी घटनाओं ने इसे हंगामेदार और विवादित बना दिया।