
- 2 से 30 अप्रैल तक नई समय सारिणी लागू
- सुबह 7 से 11 और 11 से 3 बजे तक दो पाली में होंगी कक्षाएं
- तेज धूप और लू से बच्चों को बचाने शिक्षा विभाग का फैसला
छत्तीसगढ़ में बढ़ती गर्मी को देखते हुए स्कूलों की समय सारिणी में बदलाव किया गया है। 2 से 30 अप्रैल 2025 तक प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और हायर सेकेंडरी स्कूल दो पालियों में संचालित होंगे। पहली पाली सुबह 7 से 11 बजे तक और दूसरी पाली 11 से 3 बजे तक चलेगी। यह निर्णय बच्चों को भीषण गर्मी और लू से बचाने के लिए लिया गया है। इस दौरान शिक्षा कार्यालयों के कार्यकाल में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में गर्मी बढ़ने के साथ ही शिक्षा विभाग ने स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव कर दिया है। लोक शिक्षण संचालनालय, नवा रायपुर द्वारा जारी आदेश के अनुसार, 2 अप्रैल से 30 अप्रैल तक नई समय सारिणी लागू होगी। शासन के आदेश के मुताबिक, सभी सरकारी और निजी स्कूलों में पहली पाली सुबह 7 से 11 बजे तक चलेगी, जिसमें प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक स्कूल शामिल होंगे। वहीं, दूसरी पाली 11 से 3 बजे तक चलेगी, जिसमें हायर सेकेंडरी की कक्षाएं संचालित होंगी।
गर्मी से राहत पाने छात्रों के लिए लिया गया फैसला
तेज धूप और भीषण गर्मी को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है ताकि बच्चों को लू और चिलचिलाती धूप से बचाया जा सके। हालांकि, शिक्षा विभाग से जुड़े सभी कार्यालय पूर्व निर्धारित समय पर ही संचालित होंगे। प्रदेश के कई जिलों में तापमान तेजी से बढ़ रहा है। रायपुर का तापमान 40°C पार कर चुका है, वहीं बिलासपुर, रायगढ़, सुकमा और दंतेवाड़ा में भी तापमान 40°C के करीब पहुंच गया है। मौसम विभाग के अनुसार, 5 अप्रैल के बाद तापमान में और वृद्धि हो सकती है, जिससे दोपहर की कक्षाएं बच्चों के लिए असहनीय हो सकती थीं।
प्रदेश में तापमान का हाल:
पिछले 24 घंटों में कुछ जिलों में तापमान बढ़ा, जबकि कुछ में मामूली गिरावट दर्ज की गई।
✅ जहां गर्मी बढ़ी:
कांकेर: 37.8°C (+1.9°C)
दंतेवाड़ा: 38.8°C (+3.4°C)
सुकमा: 38.7°C (+2.1°C)
⏬ जहां तापमान में गिरावट आई:
सरगुजा: 34.5°C (-4.6°C)
बिलासपुर: 38.8°C (-2.2°C)
रायपुर: 40.4°C (-0.4°C)
अगले 24 घंटे का पूर्वानुमान:
प्रदेश के अधिकतर जिलों में मौसम साफ रहेगा।
अधिकतम तापमान 41°C तक जा सकता है।
न्यूनतम तापमान 24°C के आसपास रहेगा।
शिक्षा विभाग ने साफ किया है कि गर्मी की स्थिति को देखते हुए आगे भी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे ताकि छात्रों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।