
UIDAI ने लॉन्च किया नया ‘AadhaarFaceRD’ ऐप, फेस आईडी और QR कोड से होगी वेरिफिकेशन प्रक्रिया
नई दिल्ली। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को एक नया डिजिटल आधार ऐप लॉन्च किया है, जिसके बाद अब होटल, एयरपोर्ट और अन्य स्थानों पर फिजिकल आधार कार्ड या इसकी फोटोकॉपी दिखाने की जरूरत नहीं होगी। इस ऐप के जरिए यूजर्स QR कोड स्कैन करके और फेस आईडी वेरिफिकेशन के माध्यम से अपनी पहचान साबित कर सकेंगे।
मुख्य विशेषताएं:
- QR कोड बेस्ड वेरिफिकेशन: UPI पेमेंट की तरह, वेरिफायर (होटल/एयरपोर्ट) का QR कोड स्कैन करके पहचान साबित की जा सकेगी।
- फेस आईडी टेक्नोलॉजी: बायोमेट्रिक फेस वेरिफिकेशन से सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
- डेटा प्राइवेसी कंट्रोल: यूजर्स तय कर सकेंगे कि कितनी जानकारी (सिर्फ नाम, पता या फोटो) शेयर करनी है।
- 100% सुरक्षित: UIDAI ने ऐप को एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के साथ डिजाइन किया है।
कैसे काम करेगा ऐप?
- स्टेप 1: वेरिफायर (होटल/एयरपोर्ट) का QR कोड स्कैन करें
- स्टेप 2: चुनें कि कौन-सी जानकारी (नाम, जन्मतिथि, पता) शेयर करनी है
- स्टेप 3: फेस आईडी वेरिफिकेशन पूरा करें
- स्टेप 4: डिजिटली वेरिफाइड डेटा शेयर हो जाएगा
ऐप को फिलहाल गूगल प्ले स्टोर पर ‘AadhaarFaceRD’ नाम से लॉन्च किया गया है, लेकिन यह अभी केवल आधार संवाद के सीमित यूजर्स के लिए उपलब्ध है। UIDAI के अनुसार, फीडबैक के आधार पर इसमें सुधार किए जाएंगे, जिसके बाद इसे आम जनता के लिए रोल आउट किया जाएगा।
क्यों है यह बड़ा बदलाव?
- फिजिकल कार्ड की जरूरत खत्म: अब आधार की फोटोकॉपी देने या ओरिजिनल कार्ड दिखाने की आवश्यकता नहीं होगी।
- फर्जीवाड़े पर रोक: बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन से डॉक्यूमेंट फ्रॉड कम होंगे।
- डेटा सुरक्षा: यूजर्स अपनी जानकारी पर पूरा कंट्रोल रख सकेंगे।
यह नया ऐप भारत के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में एक बड़ा कदम है, जो न केवल प्रक्रियाओं को सरल बनाएगा बल्कि डेटा गोपनीयता और सुरक्षा को भी मजबूत करेगा। जल्द ही यह टेक्नोलॉजी देशभर में आम नागरिकों के लिए उपलब्ध होगी।