
हर बार पेन किलर नहीं, लाइफस्टाइल में ये छोटे-छोटे बदलाव माइग्रेन को कर सकते हैं काबू
सिरदर्द की शिकायत आम होती जा रही है, लेकिन जब दर्द असहनीय हो जाए और सिर के एक हिस्से में धड़कता हुआ महसूस हो, तो ये संकेत हो सकता है माइग्रेन का। अक्सर लोग दर्द से छुटकारा पाने के लिए दवाइयों का सहारा लेते हैं, लेकिन कुछ लाइफस्टाइल हैबिट्स को अपनाकर इस समस्या को लंबे समय तक कंट्रोल में रखा जा सकता है।
माइग्रेन एक ऐसी स्थिति है जिसमें सिर के एक हिस्से में तीव्र और धड़कता हुआ दर्द होता है। यह दर्द कई घंटों से लेकर दो-तीन दिनों तक बना रह सकता है और व्यक्ति की सामान्य दिनचर्या को पूरी तरह बाधित कर सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि पेन किलर्स केवल अस्थायी राहत देते हैं, जबकि जीवनशैली में कुछ बदलाव लाकर माइग्रेन को नियंत्रित किया जा सकता है।
सबसे पहले जरूरी है सही आराम। माइग्रेन का अटैक होने पर रोशनी और शोर से दूर, किसी शांत और अंधेरे कमरे में लेटना फायदेमंद होता है। यदि दर्द के साथ उल्टी भी हो, तो शरीर को हाइड्रेट रखना और खूब पानी पीना आवश्यक है।
नींद की अनियमितता भी माइग्रेन का एक बड़ा कारण बन सकती है। इसलिए रोज़ाना तय समय पर सोना और सुबह एक तय समय पर उठना जरूरी है। दिन में झपकी लेने से बचें और सोने से पहले हल्का संगीत या किताब पढ़ना नींद में सहायक हो सकता है।
तनाव माइग्रेन का एक बड़ा ट्रिगर है। ऐसे में गहरी सांस लेना, थोड़ी देर टहलना और ध्यान लगाना तनाव को कम कर सकता है। रोज़ाना हल्की एक्सरसाइज करने से भी राहत मिल सकती है, क्योंकि इससे शरीर ऐसे केमिकल छोड़ता है जो दर्द के संकेतों को दबाने में सहायक होते हैं।
खाली पेट रहना माइग्रेन को बढ़ा सकता है, इसलिए समय पर भोजन करना जरूरी है। साथ ही चॉकलेट, कैफीन और प्रोसेस्ड फूड्स जैसे ट्रिगर फूड्स से दूरी बनाए रखना बेहतर रहेगा।