
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चैत्र पूर्णिमा के दिन माता अंजनी और वानरराज केसरी के घर भगवान हनुमान का जन्म हुआ था. इस दिन को हनुमान जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है. इस दिन हनुमान भक्त उपवास रखते हैं. देश भर में कई धार्मिक आयोजन होते हैं. बजरंगबली का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए हनुमान जयंती को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया गया है.
इस दिन जगह-जगह हनुमान जी की पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है. इसमें भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. मनचाहा फल प्राप्त होता है. उज्जैन के आचार्य आनंद भारद्वाज के अनुसार हनुमान जयंती पर कुछ दान भी हैं, जिन्हें करने से लाभ होता है.
कब मनाई जायगी हनुमान जयंती
उज्जैन के आचार्य आनंद भारद्वाज के अनुसार इस बार हनुमान जयंती की तिथि को लेकर भ्रम है. वैदिक पंचांग के अनुसार चैत्र पूर्णिमा तिथि 12 अप्रैल 2025 को सुबह 3 बजकर 20 मिनट से शुरू होकर 13 अप्रैल 2025 को सुबह 5 बजकर 52 मिनट तक रहेगी. ऐसे में उदयातिथि के आधार पर हनुमान जयंती 12 अप्रैल 2025, शनिवार को मनाई जाएगी।
हनुमान जयंती पर जरूर करें ये उपाय
आर्थिक स्थिति – हनुमान जयंती के दिन हल्दी दान करने से शुभ फल मिलता है. हल्दी के दान करने से आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है. इससे घर में शुभकार्य होते हैं.
बजरंगबली को लड्डू बेहद प्रिय हैं. ऐसे में उन्हें लड्डू का भोग लगाया जाए, तो वे शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, अगर लंबे समय से आपके प्रमोशन के योग बन रहे हैं और प्रमोशन रुका हुआ है, तो हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी के मंदिर में बेसन के लड्डू का दान करें. इससे भगवान बजरंगबली की कृपा आप पर बरसेगी और आय में बढ़ोतरी होगी.
इस दिन पर अनाज का दान बड़ा लाभकारी माना जाता है. इस दिन अनाज का दान करने से घर में कभी धन का अभाव नहीं रहता है. साथ ही आय के नए स्रोत खुलते हैं. इसके साथ ही इस दिन अनाज का दान करने से मां अन्नपूर्णा प्रसन्न रहती हैं. यही वजह है कि इस इसका इतना महत्व है.
हनुमान जी को सिन्दूर का चोला चढ़ाने से बाद हनुमान जयंती के दिन सिन्दूर का दान भी करना चाहिए. ध्यान रहे कि खुद का सिन्दूर नहीं बल्कि बाजार से खरीदकर सिन्दूर का दान करें. साथ ही, लाल नहीं बल्कि नारंगी रंग के सिन्दूर को दान में दें. इससे हनुमान जी बेहद प्रसन्न होते है.