
दुर्ग पुलिस ने रविवार को अमलेश्वर थाना क्षेत्र के खुड़मुड़ा गांव में चल रहे एक अवैध जुए के अड्डे पर छापा मारते हुए 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया। कार्रवाई के दौरान मौके से 1 लाख 24 हजार 500 रुपए नकद और ताश की पत्तियाँ बरामद की गईं। गिरफ्तार आरोपियों में रायपुर और दुर्ग जिले के युवक शामिल हैं।
दुर्ग/अमलेश्वर। खुड़मुड़ा गांव में खुले मैदान में चल रहे जुए के अड्डे पर छापे के बाद अब पुलिस इस गिरोह की जड़ों तक पहुंचने में जुट गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्राथमिक पूछताछ में यह सामने आया है कि यह जुआ फड़ पिछले कई हफ्तों से सक्रिय था और हर सप्ताह बड़ी रकम का लेनदेन होता था। गिरफ्तार 15 आरोपियों से पूछताछ में कई अहम सुराग मिले हैं। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस अवैध गतिविधि का संचालन कौन कर रहा था और क्या इसमें स्थानीय रसूखदारों या स्थायी फाइनेंसरों की भूमिका भी है।
मास्टरमाइंड की तलाश में दबिश
अधिकारियों के अनुसार, यह फड़ किसी एक व्यक्ति द्वारा नहीं, बल्कि एक संगठित समूह द्वारा चलाया जा रहा था। जांच में यह भी पता चला है कि मौके पर गिरफ्तार कुछ आरोपी केवल ‘खिलाड़ी’ थे, जबकि पैसे लगाने वाले और आयोजन करने वाले कुछ प्रमुख चेहरे फरार हैं। पुलिस ने संभावित मास्टरमाइंड के ठिकानों पर दबिश देना शुरू कर दिया है।
स्थानीय लोगों की बढ़ती शिकायतें बनी कार्रवाई की वजह
पुलिस को पिछले कुछ हफ्तों से खुड़मुड़ा और आसपास के गांवों से शिकायतें मिल रही थीं कि खुले में देर रात तक संदिग्ध गतिविधियां हो रही हैं। गाड़ियों का आना-जाना, झगड़े और तेज आवाज के चलते ग्रामीणों को शक हुआ। इन्हीं शिकायतों के आधार पर पुलिस ने मुखबिर को सक्रिय किया और योजनाबद्ध कार्रवाई की।
अगले चरण में संपत्ति जांच की तैयारी
सूत्रों के अनुसार, जिन आरोपियों के पास बड़ी रकम मिली है, उनकी संपत्ति और आय के स्रोतों की भी जांच की जाएगी। पुलिस यह भी जांचेगी कि क्या इन पैसों का उपयोग किसी अन्य गैरकानूनी गतिविधि में हो रहा था।
एएसपी ने जताई सख्ती की मंशा
दुर्ग ग्रामीण एएसपी अभिषेक झा ने स्पष्ट किया है कि क्षेत्र में किसी भी तरह की गैरकानूनी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। “हम जुए, सट्टा और नशा जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लगातार अभियान चलाएंगे। आने वाले दिनों में और भी ऐसी कार्रवाई की जाएगी,” उन्होंने कहा।