
टेस्ला ने मुंबई में खोला पहला एक्सपीरियंस सेंटर, दिल्ली-मुंबई में 8 चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना; एक बार में चार्ज होंगी 252 गाड़ियां, टाटा-महिंद्रा से मुकाबला होगा कड़ा
अमेरिकी इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी टेस्ला ने भारत में अपने ऑपरेशन्स की आधिकारिक शुरुआत कर दी है। मुंबई के BKC में पहला स्टोर खोलते हुए कंपनी ने यह संकेत दे दिया है कि वह भारतीय EV बाज़ार में लंबी रेस के लिए उतरी है। स्टोर के साथ-साथ कंपनी ने चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर के विस्तार और भविष्य की योजनाएं भी साफ कर दी हैं।
मुंबई, 16 जुलाई (ए)। दुनिया की सबसे चर्चित इलेक्ट्रिक कार निर्माता टेस्ला ने भारत में अपने पहले शोरूम की शुरुआत मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में की है। यह शोरूम एक एक्सपीरियंस सेंटर के तौर पर काम करेगा, जहां ग्राहक न सिर्फ गाड़ियां खरीद सकेंगे बल्कि टेस्ला की एडवांस टेक्नोलॉजी और फीचर्स का लाइव डेमो भी देख सकेंगे।
कंपनी ने अपने सबसे लोकप्रिय मॉडल Model Y को भारत में लॉन्च किया है, जिसकी शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 60 लाख रुपये रखी गई है। साथ ही, स्टोर से लगभग 6 किलोमीटर दूर एक सर्विस सेंटर और वेयरहाउस भी शुरू किया गया है।
चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए, टेस्ला ने दिल्ली और मुंबई में 8 चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना बनाई है। इन पर एक साथ 252 इलेक्ट्रिक गाड़ियां चार्ज की जा सकेंगी। यह भारत में अब तक का सबसे बड़ा सुपरचार्जिंग नेटवर्क होगा।
सरकार की नई EV नीति के अनुसार, यदि टेस्ला भारत में 4,150 करोड़ रुपए का निवेश करती है, तो इंपोर्ट ड्यूटी 70% से घटकर 15% हो सकती है। इससे भविष्य में टेस्ला की कारें भारतीय ग्राहकों के लिए और अधिक सुलभ बन सकती हैं। फिलहाल कंपनी भारत में इंपोर्टेड वाहनों की बिक्री पर ध्यान दे रही है, हालांकि वह गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और तेलंगाना जैसे राज्यों में स्थानीय मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने की संभावनाओं पर भी विचार कर चुकी है। टेस्ला की इस आक्रामक एंट्री से भारतीय EV मार्केट में टाटा, महिंद्रा, MG और BYD जैसी कंपनियों को कड़ी चुनौती मिलने वाली है। आने वाले दिनों में यह प्रतिस्पर्धा ग्राहकों के लिए अधिक विकल्प और बेहतर टेक्नोलॉजी लेकर आएगी।