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गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में विपक्ष पर कसा तंज, कहा- पहलगाम हमला आपके समय होता तो पाकिस्तान बच निकलता; सेना अब आधे घंटे में उड़ा सकती है पाक एयर डिफेंस
राज्यसभा में बुधवार को गृहमंत्री अमित शाह ने ‘ऑपरेशन महादेव’ पर विपक्ष के सवालों का करारा जवाब दिया। उन्होंने न सिर्फ आतंकवाद पर सरकार की नीति को स्पष्ट किया, बल्कि यह भी बताया कि ‘हर-हर महादेव’ केवल धार्मिक उद्घोष नहीं, बल्कि राष्ट्र की संप्रभुता की रक्षा का ऐतिहासिक प्रतीक है। शाह ने विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनके शासन में न तो सेना के पास जरूरी संसाधन थे और न ही पाकिस्तान पर सख्त रुख अपनाने की मंशा।
नई दिल्ली। गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को राज्यसभा में विपक्ष द्वारा ‘ऑपरेशन महादेव’ की आलोचना पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ‘हर-हर महादेव’ कोई धार्मिक नारा नहीं, बल्कि छत्रपति शिवाजी महाराज की सेना का युद्धघोष था, जो आज आतंकवाद के खिलाफ भारत की हुंकार है। उन्होंने विपक्ष को चेताया कि इसे धर्म के चश्मे से न देखा जाए।
शाह ने पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि तीनों आतंकी पाकिस्तानी थे और उनके खिलाफ कार्रवाई में सिर में गोली मारी गई, क्योंकि यही जनता की मांग थी। उन्होंने कहा, “अगर यह हमला विपक्ष के कार्यकाल में हुआ होता तो अब तक पाकिस्तान को क्लीन चिट मिल चुकी होती।”
गृहमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारों के समय सेना के पास नमक, माचिस और सर्दियों में पहनने के कपड़े तक नहीं थे। आज हमारी सेना अत्याधुनिक हथियारों से लैस है और पाकिस्तानी एयर डिफेंस सिस्टम को महज आधे घंटे में ध्वस्त करने की क्षमता रखती है।
शाह ने यह भी कहा कि जब चिदंबरम गृहमंत्री थे, तब अफजल गुरु को फांसी नहीं हुई। मुंबई हमले के बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आरएसएस पर ही सवाल उठाए, जिससे आतंकवादियों को लाभ पहुंचा।
कश्मीर घाटी की स्थिति पर उन्होंने बताया कि 2010 से 2015 के बीच जहां हजारों संगठित पथराव हुए, वहीं अब तीन साल से एक भी हड़ताल नहीं हुई। शाह ने कहा कि पहले पाकिस्तान में बैठे हुर्रियत समर्थक हड़तालों का ऐलान करते थे, अब उनमें वह हिम्मत नहीं बची।
खरगे द्वारा प्रधानमंत्री मोदी की अनुपस्थिति पर सवाल उठाने पर शाह ने कहा, “पहले मुझसे तो निपट लीजिए, मोदी जी आएंगे तो और तकलीफ होगी।”