
SPG समेत 300 जवान तैनात, सिम्स ऑडिटोरियम सील, पहली बार यहीं रात्रि प्रवास करेंगे संघ प्रमुख
बिलासपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत शनिवार को बिलासपुर पहुंचे। वे यहां स्वर्गीय काशीनाथ गोरे की स्मृति में आयोजित लोकहितकारी काशीनाथ स्मारिका विमोचन समारोह में शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने की। मंच पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव, पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, विधायक धरमलाल कौशिक, सुशांत शुक्ला और मेयर पूजा विधानी समेत कई दिग्गज नेता मौजूद रहे।
सख़्त सुरक्षा, पूरा ऑडिटोरियम सील
संघ प्रमुख के आगमन को लेकर शहर में अभूतपूर्व सुरक्षा इंतज़ाम किए गए हैं। सिम्स ऑडिटोरियम परिसर को पूरी तरह सील कर दिया गया। शहरभर में 300 से अधिक जवानों की तैनाती की गई है। एसपीजी ने शुक्रवार को ही सुरक्षा का रिहर्सल किया था। रेलवे स्टेशन से लेकर कार्यक्रम स्थल तक पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने कड़ा पहरा दे रखा है। मरीजों और परिजनों की सुविधा को देखते हुए सिम्स प्रबंधन ने अस्पताल के दोनों मुख्य गेट खोल दिए हैं।
काशीनाथ गोरे की सेवा भावना को किया याद
कार्यक्रम में स्मारिका का विमोचन करते हुए गोरे परिवार के सामाजिक योगदान और उनके राष्ट्रसेवी जीवन को याद किया गया। आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि स्मारिका में काशीनाथ गोरे के जीवन से जुड़े प्रेरणादायी प्रसंगों को समाहित किया गया है। काशीनाथ गोरे ने अपना पूरा जीवन समाज और राष्ट्र की सेवा में समर्पित कर दिया था। वे कुष्ठ रोगियों की सेवा और जरूरतमंदों की मदद में भी लगातार जुड़े रहे।
संघ परिवार से गहरा जुड़ाव
काशीनाथ गोरे बचपन से ही संघ के विचारों से जुड़े रहे। उनके पिता यशवंत नरहर गोरे ने भी संघ कार्य के लिए सरकारी नौकरी तक छोड़ दी थी। काशीनाथ गोरे ने भी पिता के पदचिह्नों पर चलते हुए अपना जीवन संगठन और समाज को समर्पित कर दिया। वे सेवा भारती संस्था से जुड़कर समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों की मदद करते रहे।
पहली बार बिलासपुर में रात बिताएंगे भागवत
RSS प्रमुख भागवत पहली बार बिलासपुर में रात्रि विश्राम करेंगे। वे काशीनाथ गोरे के परिवार के साथ भोजन करेंगे और रविवार सुबह वंदे भारत एक्सप्रेस से आगे की यात्रा पर रवाना होंगे।