
आजकल की अनहेल्दी लाइफस्टाइल में तमाम बीमारियां पनप रही हैं. शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ना इनमें से एक है. एक्सपर्ट के मुताबिक, यूरिक एसिड नियंत्रित करने के लिए कम प्यूरीन वाला आहार लेना चाहिए. मिठाई, शराब, समुद्री भोजन और लाल मांस से बचना चाहिए. भरपूर पानी पीकर यूरिक एसिड को कम किया जा सकता है. हालांकि, कई बार, गलत खान-पान की आदतों के कारण रक्त में यूरिक एसिड की मात्रा काफी बढ़ जाती है. इससे, गठिया और गुर्दे की पथरी जैसी समस्याएं होने की संभावना बढ़ जाती है.
ऐसी स्थितियों में, हेल्थ एक्सपर्ट उच्च यूरिक एसिड स्तर वाले लोगों को कम प्यूरीन वाला आहार लेने की सलाह देते हैं. लेकिन, जाने-अंजाने में कुछ ऐसी भी चीजें खा लेते हैं तो परेशानी को और बढ़ा देते हैं. इसलिए इन चीजों के सेवन से बचना चाहिए. अब सवाल है कि आखिर हाई यूरिक एसिड में क्या नहीं खाना चाहिए? किन फूड्स के सेवन से बढ़ सकता बढ़ सकता यूरिक एसिड?
– उच्च यूरिक एसिड स्तर वाले लोगों को ट्यूना, कॉडफिश, ट्राउट, हैडॉक, सैल्मन, केकड़ा और सीप जैसी मछलियां नहीं खानी चाहिए. इसके अलावा, झींगा मछली और केकड़े जैसे खाद्य पदार्थों से भी बचना चाहिए. बता दें कि, इनमें प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है. इसके अलावा, लाल मांस में भी यूरिक एसिड बढ़ाने वाले मुख्य कारक में से एक है.
– कुछ सब्जियां, जैसे शतावरी, फूलगोभी और पालक, भी प्यूरीन से भरपूर होती हैं. हालांकि, इसका कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं है कि इनसे गठिया की स्थिति और खराब होती है. इसके अलावा, कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि वे गाउट के जोखिम को कम कर सकते हैं. हालांकि, इसे संयमित मात्रा में लेना सबसे अच्छा है.
– इसी प्रकार, कुछ फलियों में भी प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है, इसलिए अधिक मात्रा में फलियां खाने से गठिया से पीड़ित लोगों में दर्द बढ़ सकता है. यही कारण है कि उच्च यूरिक एसिड वाले लोगों के लिए दालों का सेवन सीमित मात्रा में करना सबसे अच्छा है.
– कुल मिलाकर, यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए कम प्यूरीन वाला आहार खाना और मिठाई, शराब, समुद्री भोजन और लाल मांस से बचना आवश्यक है. इसके अलावा, भरपूर मात्रा में पानी पीने से शरीर में जमा यूरिक एसिड स्वाभाविक रूप से बाहर निकल सकता है.