
विशेषज्ञों ने बताए लिवर से जुड़ी समस्याओं के शुरुआती लक्षण; समय पर जांच और इलाज से बचाई जा सकती है जान
लिवर हमारे शरीर का एक अहम अंग है, जो पाचन, ऊर्जा भंडारण और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का काम करता है। इसके रोग अक्सर चुपचाप बढ़ते हैं और शुरुआती चरण में सामान्य लक्षणों के रूप में सामने आते हैं। एसएमएस अस्पताल, जयपुर के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर और ‘मिशन लिवर स्माइल’ के नोडल अधिकारी डॉ. कमलेश कुमार शर्मा ने बताया कि पेट में सूजन, आंखों की पीली सफेदी, भूख में कमी या लगातार थकान जैसे संकेत लिवर संबंधी बीमारी के हो सकते हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है।
जयपुर। लिवर से जुड़ी बीमारियां अक्सर धीरे-धीरे बढ़ती हैं और मरीज को तब पता चलता है जब स्थिति गंभीर हो चुकी होती है। विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ शुरुआती संकेत समय रहते पहचान लिए जाएं तो लिवर को गंभीर नुकसान से बचाया जा सकता है।
गैस्ट्रोएंटेरोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. कमलेश कुमार शर्मा के अनुसार, पेट में लगातार गैस बनना, सूजन महसूस होना, भूख में कमी, दाईं तरफ दर्द, आंखों और त्वचा का पीला होना, तेजी से वजन घटना, ब्लड रिपोर्ट में एसजीपीटी-एसजीओटी का बढ़ा स्तर, और थकान जैसे लक्षण लिवर रोगों की ओर इशारा कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि फैटी लिवर हमेशा गंभीर नहीं होता, लेकिन समय पर इलाज और जीवनशैली में सुधार न करने पर यह सिरोसिस जैसी गंभीर स्थिति में बदल सकता है। शराब पीने की आदत छोड़ने के बाद लिवर में कुछ हद तक सुधार संभव है, लेकिन यह इस पर निर्भर करता है कि नुकसान किस स्तर तक हुआ है।
विशेषज्ञों का सुझाव है कि किसी भी असामान्य लक्षण को नजरअंदाज न करें और तुरंत चिकित्सकीय जांच कराएं। साथ ही, संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और नशे से दूरी लिवर की सेहत बनाए रखने के लिए जरूरी है।