
अगर आप रोज़ाना गाड़ी चलाते हैं और ड्राइविंग के दौरान घुटनों में दर्द या जकड़न महसूस करते हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें। यह ‘ड्राइवर नी’ या पैटेलर टेंडिनोपैथी का संकेत हो सकता है — एक ऐसी स्थिति जो लंबे समय तक एक ही पोजिशन में बैठने, बार-बार ब्रेक-क्लच दबाने और गलत पॉश्चर के कारण होती है। समय रहते पहचान और इलाज से इस दर्दनाक समस्या से बचा जा सकता है।
अगर आप रोज दो घंटे या उससे अधिक ड्राइविंग करते हैं, तो सतर्क हो जाइए। आपको ‘ड्राइवर नी’ या पैटेलर टेंडिनोपैथी नाम की समस्या हो सकती है। इस कंडीशन में घुटने के आगे या नीचे तेज दर्द, सूजन और जकड़न महसूस होती है। डॉक्टरों के अनुसार, लंबे समय तक गलत पॉश्चर में बैठने, लगातार ब्रेक और क्लच का उपयोग करने से घुटनों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जो इस बीमारी की वजह बनता है।
लक्षणों में शामिल हैं—चलते समय दर्द, सीढ़ियां चढ़ने में कठिनाई, सुबह घुटनों की अकड़न और थकान। यदि समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो यह क्रॉनिक पेन या ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी गंभीर स्थिति में बदल सकता है। इलाज के लिए सबसे पहले घुटनों को आराम देना जरूरी है। बर्फ और गर्म सेंक, हल्की स्ट्रेचिंग, नी-सपोर्ट या ब्रेसेस, फिजियोथेरेपी और जरूरत पड़ने पर स्टेम सेल थेरेपी या सर्जरी तक की सलाह दी जाती है।
बचाव के लिए क्या करें?
- सीट की ऊंचाई और दूरी सही रखें
- हर 45 मिनट में ब्रेक लें
- घुटनों को 90 डिग्री के एंगल में रखें
- क्रूज कंट्रोल का उपयोग करें
- घुटनों को मजबूत बनाने वाली एक्सरसाइज करें
नी-सपोर्ट, कुशन और सही एक्सरसाइज से घुटनों को आराम मिल सकता है और आप लंबे समय तक बिना दर्द के ड्राइव कर सकते हैं।