
NB.1.8.1 और LF.7 वेरिएंट्स की दस्तक से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर; अस्पतालों में एडवाइजरी लागू, संक्रमण पर कड़ी नजर
कोरोना एक बार फिर दस्तक दे चुका है। छत्तीसगढ़ में संक्रमण के नए मामलों के साथ ही केंद्र और राज्य सरकारें अलर्ट हो गई हैं। दुर्ग जिले में एक बुजुर्ग की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य महकमा हरकत में है। विशेषज्ञ इसे नए वेरिएंट्स NB.1.8.1 और LF.7 से जुड़ा संभावित खतरा मान रहे हैं।
दुर्ग। छत्तीसगढ़ में कोविड-19 के नए वेरिएंट्स NB.1.8.1 और LF.7 को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। बीते 48 घंटे में राज्य में तीन संक्रमितों की पुष्टि हुई है। इनमें दो रायपुर और एक मरीज दुर्ग जिले से है।
दुर्ग जिले के भिलाई सेक्टर-10 निवासी 60 वर्षीय व्यक्ति बीते दिनों सर्दी, खांसी और बुखार की शिकायत के बाद निजी अस्पताल पहुंचा था। चिकित्सकीय जांच के दौरान उसका कोविड टेस्ट कराया गया, जिसमें वह संक्रमित पाया गया। मरीज को फिलहाल अस्पताल में निगरानी में रखा गया है और उसका सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है ताकि वेरिएंट की पहचान हो सके।
जिला सीएमएचओ डॉ. मनोज दानी के अनुसार मरीज की ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली है, लेकिन प्रारंभिक जांच में सामने आया कि उसका कुक हाल ही में भोपाल से लौटा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम कुक की जांच के लिए घर पहुंच चुकी है।
जिला प्रशासन ने सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा है। सीएम मेडिकल कॉलेज, लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल और जिला अस्पताल को संक्रमण के संभावित मामलों के लिए पूरी तरह तैयार किया गया है। ऑक्सीजन प्लांट, वेंटिलेटर, जंबो सिलेंडर और दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने आम नागरिकों से अपील की है कि बुखार, सर्दी या खांसी जैसे लक्षणों को हल्के में न लें और तुरंत जांच कराएं। मास्क, दूरी और सैनिटाइजर जैसी कोविड प्रोटोकॉल की वापसी की सिफारिश भी की जा रही है।
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