
संचार मंत्रालय ने तत्काल प्रभाव से लिया फैसला, साइबर अपराध जागरूकता संदेश अब फोन कॉल से हटाया गया
फोन कॉल पर अमिताभ बच्चन की आवाज में साइबर सुरक्षा का संदेश अब नहीं सुनाई देगा। संचार मंत्रालय ने इसे तुरंत प्रभाव से बंद कर दिया है। ये फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि कॉलर ट्यून के चलते एंबुलेंस, पुलिस और फायर ब्रिगेड जैसी आपात सेवाओं तक पहुँचने में देरी हो रही थी, जिससे कई बार जान पर बन आती थी।
“साइबर अपराधियों से सावधान रहें… OTP साझा न करें…”
नई दिल्ली (ए)। फोन कॉल से पहले बजने वाली यह परिचित आवाज अब बीते दिनों की बात हो गई है। संचार मंत्रालय ने यह कॉलर ट्यून तत्काल प्रभाव से बंद करने का निर्णय लिया है। कारण है—आपातकालीन कॉल्स में आ रही देरी, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा था।
यह निर्णय उस वक्त गंभीर हो उठा जब 21 जून को इंदौर में योग दिवस कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को स्थानीय भाजपा नेताओं ने बताया कि कॉलर ट्यून के कारण एंबुलेंस और अन्य इमरजेंसी कॉल्स में 5–10 सेकंड तक की देरी हो रही है। इसपर संज्ञान लेते हुए मंत्रालय ने 24 जून से यह सेवा बंद कर दी।
जमीनी अनुभव बना वजह
पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता ने बताया कि दो दुर्घटनाओं के दौरान उन्होंने एंबुलेंस कॉल की, लेकिन कॉलर ट्यून के कारण आवश्यक सहायता में देर हो गई। ऐसे में संदेश भले जागरूकता के लिए था, लेकिन स्थिति में इसकी जगह नहीं थी।
फायदे और सीमाएं—एक नजर में:
फायदे (पहले) समस्याएं (अब)
साइबर अपराध के खिलाफ जन- जागरूकता आपातकालीन कॉल में देरी
अमिताभ बच्चन जैसी प्रतिष्ठित आवाज से प्रभाव बार-बार सुनने से झुंझलाहट
OTP और लिंक साझा न करने की सटीक चेतावनी तकनीकी बाधा जैसा अनुभव
सूत्रों के मुताबिक, मंत्रालय अब तकनीकी समाधान तलाश रहा है, जिससे सामान्य कॉल्स में तो यह जागरूकता संदेश जारी रहे, लेकिन इमरजेंसी नंबरों पर सीधे कनेक्शन की सुविधा दी जाए।