
अजमेर में झील का पानी रिहायशी इलाकों में घुसा, यूपी के काशी में 30 हजार घर डेंजर जोन में; राजस्थान के 6 जिलों में स्कूल बंद, मानसून 109% एक्टिव
देश के कई हिस्सों में भारी बारिश अब कहर का रूप ले चुकी है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। राजस्थान में बीते 4 दिनों में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 23 लोगों की जान जा चुकी है। अजमेर, सिरोही, पाली और टोंक में जलभराव और तेज धार से जान-माल का नुकसान हुआ है, जबकि काशी (वाराणसी) में 30 हजार से ज्यादा घर बाढ़ के खतरे में हैं। मौसम विभाग के अनुसार, इस मानसून सीजन में अब तक सामान्य से 9% ज्यादा बारिश हो चुकी है।
नई दिल्ली/जयपुर/वाराणसी। मानसून की मार से उत्तर भारत के कई राज्य बेहाल हैं। राजस्थान के अजमेर, जोधपुर, सिरोही, पाली, नागौर और जालोर जिलों में मूसलधार बारिश ने आम जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। अजमेर में आनासागर झील का पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया, वहीं दरगाह बाजार में शुक्रवार रात तेज धार में लोग बह गए। शनिवार को अजमेर और टोंक में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। भारी बारिश को देखते हुए कोटा, बारां, झालावाड़, राजसमंद, नागौर और बूंदी जिलों के स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान में इस सीजन में औसत से 109% अधिक वर्षा दर्ज की गई है।
राजस्थान में 4 दिन में 23 मौतें:
राजसमंद में तालाब फूटने से पानी का बहाव तेज हो गया, जिसमें 3 स्कूली बच्चों समेत 7 लोग फंस गए। जोधपुर के अरना-झरना क्षेत्र में युवक की डूबने से मौत, और सीकर में 13 साल के बच्चे की जान चली गई। कुल मिलाकर, राज्य में चार दिन में 23 लोग बारिश जनित हादसों में मारे गए हैं।
मध्य प्रदेश और यूपी में भी खतरे की घंटी:
मध्य प्रदेश के ग्वालियर, छतरपुर, पन्ना, शिवपुरी समेत 16 जिलों में बाढ़ का खतरा है। श्योपुर, मुरैना समेत 14 जिलों में 4 इंच से ज्यादा बारिश की संभावना जताई गई है। शिवपुरी में एहतियातन स्कूल बंद कर दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश के काशी (वाराणसी) में गंगा और वरुणा नदियों में उफान से हालात गंभीर हो गए हैं। यहां करीब 30 हजार घर बाढ़ के डेंजर जोन में आ गए हैं। प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दी है और पलायन की तैयारी शुरू हो चुकी है।
देशभर में सामान्य से 9% ज्यादा बारिश:
1 जून से 16 जुलाई के बीच देश में कुल 331.9 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई, जो कि सामान्य 304.2 मिमी से करीब 9% अधिक है। हरियाणा, मध्य प्रदेश, ओडिशा, गुजरात, दादरा नगर हवेली और दमन-दीव में सामान्य से कहीं ज्यादा बारिश हुई है।