
मध्यम वर्ग को दिवाली से पहले राहत, दूध-घी से लेकर इंश्योरेंस तक टैक्स फ्री; सरकार ने तय किया 85 हजार करोड़ की भरपाई का रास्ता
मोदी सरकार ने आम आदमी को बड़ी राहत देते हुए GST ढांचे में ऐतिहासिक बदलाव किए हैं। अब तक लागू चार स्लैब—5%, 12%, 18% और 28%—को घटाकर दो कर दिया गया है। यानी अब सिर्फ 5% और 18% स्लैब होंगे, जबकि लग्जरी और शौकिया उत्पादों के लिए अलग से 40% टैक्स लगाया जाएगा। इस फैसले से दूध, साबुन, शैंपू, AC, कार, इंश्योरेंस और कई जरूरी चीजें सस्ती हो जाएंगी।
नई दिल्ली (A)। 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से दिवाली पर बड़े तोहफे का वादा किया था। अब GST काउंसिल ने उस वादे को हकीकत में बदल दिया है। 3 सितंबर को दिल्ली में हुई 56वीं बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टैक्स ढांचे में बड़े बदलाव की घोषणा की।
क्या बदला GST में?
- 4 स्लैब घटाकर अब केवल 2 स्लैब—5% और 18% रहेंगे।
- दूध, रोटी, पिज़्ज़ा ब्रेड, छेना और कई फूड आइटम पूरी तरह टैक्स फ्री होंगे।
- साबुन, शैंपू, टीवी, AC, कार और बाइक जैसे प्रोडक्ट सस्ते होंगे।
- इंडिविजुअल हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस पर अब GST नहीं लगेगा।
- 33 जीवन रक्षक और दुर्लभ बीमारियों की दवाएं भी टैक्स फ्री होंगी।
लग्जरी और तंबाकू पर सख्ती
मध्यम और बड़ी कारें, 350cc से ज्यादा इंजन वाली बाइक और लग्जरी आइटम्स पर अब 28% की जगह 40% टैक्स लगेगा। तंबाकू और अन्य हानिकारक उत्पादों पर भी टैक्स बढ़ाकर इनके इस्तेमाल को हतोत्साहित किया जाएगा।
क्यों लिया गया ये फैसला?
सरकार का कहना है कि GST 2.0 से टैक्स सिस्टम सरल होगा, आम आदमी का बोझ घटेगा और छोटे उद्योगों को सहूलियत मिलेगी। इनवर्टेड ड्यूटी स्ट्रक्चर की समस्या भी खत्म होगी, जिससे उत्पादन की लागत कम होगी और घरेलू उद्योग को मजबूती मिलेगी।
85 हजार करोड़ की भरपाई कैसे होगी?
विशेषज्ञों के मुताबिक, GST दरों में कटौती से सरकार को सालाना लगभग 85 हजार करोड़ रुपये का घाटा होगा। इसकी भरपाई लग्जरी और हानिकारक उत्पादों पर टैक्स बढ़ाकर की जाएगी।
जनता के लिए दिवाली गिफ्ट
सीतारमण ने कहा कि ये बदलाव न केवल मध्यम वर्ग और छोटे व्यवसायों को राहत देंगे, बल्कि यह देश की अर्थव्यवस्था को भी नई ऊर्जा देंगे।